Rashes की वजह से जांघों में हो रही दर्द से ऐसे पाए राहत

Update: 2024-08-14 18:29 GMT
हेल्थ केयर टिप्स Health Care Tips: गर्मी में अक्सर जांघों के अंदरूनी हिस्से में रैशेज हो जाता है। जिसकी वजह से काफी दर्द और जलन महसूस होती है। वहीं कई बार इसमे खुजली भी होने लगती है। जिसकी वजह से चलने में असुविधा महसूस होती है। इनर थाईज में होने वाले इन रैशेज का कारण पसीने की वजह से होने वाली नमी और स्किन के आपस में रगड़ खाने की वजह से ऐसा होता है। वहीं पसीना बैक्टीरिया और फंगल भी फैलाने लगता है।
इनर
थाईज में हो रही इस जलन और रैशेज के लिए परेशान होने की जरूरत नही है। बस इन छोटे-छोटे घरेलू उपायों की मदद से राहत पाया जा सकता है।
कपूर का तेल
कपूर का तेल स्किन में होने वाली जलन और इरिटेशन का रामबाण और आजमाया नुस्खा है। नारियल के तेल में थोड़ा सा कपूर को बारीक करके मिला लें और किसी शीशी में भर लें। इनर थाईज में होने वाले रैशेज में इस तेल को लगाने से जलन और दर्द में राहत मिलती है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल को किसी भी कैरियर ऑयल जैसे नारियल का तेल या ऑलिव ऑयल में मिक्स करके किसी शीशी में भर लें। बस इसे रैशेज वाली जगह पर लगाएं। इससे भी जलन और खुजली से राहत मिलती है। टी ट्री ऑयल एंटी माइक्रोबियल होता है। जिसकी वजह से सूजन और खुजली वाले 
Bacteria 
कम होते हैं।
ओटमील बाथ
गर्मी में स्किन में इरिटेशन और रैशेज हो तो ओटमील बाथ फायदा पहुंचाती है। ओटमील को पानी में करीब दस से पंद्रह मिनट के लिए भिगो दें। फिर इसे रैशेज वाले हिस्से पर लगाकर आधा घंटे के लिए छोड़ दें। फिर साफ पानी से इसे साफ कर लें।
बर्फ रगड़े
ज्यादा जलन हो तो किसी साफ कपड़े या तौलिया में बर्फ के टुकड़े को लपेटकर सिंकाई करें। इससे जलन में राहत मिलती है।
-पैट्रोलियम जेली वैसलीन को रैशेज वाली जगह पर लगाएं। इससे इनर थाईज की स्किन में रगड़ कम होगी और रैशेज नहीं होगी।
-रैशेज वाले हिस्से को साबुन की मदद से धीरे-धीरे साफ जरूर करें। जिससे किसी भी तरह के बैक्टीरिया ना पनपें।
-नहाने के बाद थाईज पर टैल्कम पाउडर लगाएं। जिससे एक्स्ट्रा पानी और पसीना आसानी से सूख जाए।
-गर्मी में हमेशा हवादार और खुले कपड़े पहनें, जिससे पसीना आसानी से सूख जाए।
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