भीलवाड़ा। भीलवाड़ा सर्दी के कारण मंदिरों में देवताओं के रहने की स्थिति सहित सब कुछ बदल गया है। ठंड के चलते सुबह, शाम और रात के हिसाब से व्यवस्था की गई है। मंदिरों में देवताओं की वेशभूषा बदल गई है। वे गर्म और ऊनी कपड़े, मखमली रजाई पहनने लगे हैं। भोग भी बदल दिया गया ह कई मंदिरों में ठाकुरजी को ठंड से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। ठाकुरजी के खान-पान में भी बदलाव किया गया है। भोग प्रसादी में सोंठ के लड्डू, चक्की, पिंड खजूर और नित्य जलेबी तथा गाय का गर्म दूध तथा शीतकाल में प्रयोग होने वाली खाद्य सामग्री भी अलग से दी जाती है।