हिचकी,तो तुरंत छुटकारा पाने के लिए करें ये घरेलू उपाय
अक्सर अचानक ही बैठे-बैठे हिचकी आने लगती है. दरअसल, डाइजेस्टिव डिसऑर्डर के कारण हिचकी आती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अक्सर अचानक ही बैठे-बैठे हिचकी आने लगती है. दरअसल, डाइजेस्टिव डिसऑर्डर के कारण हिचकी आती है. आमतौर पर जब आप खाते और कुछ पीते हैं, तभी हिचकी अधिक आती है. कई बार ये एक मिनट में बंद हो जाती है, तो किसी-किसी को घंटों ये समस्या परेशान करती है. कई कारणों से हिचकी आ सकती है जैसे जल्दी-जल्दी खाना, अत्यधिक खाना, अधिक मसालेदार खाना, गले में कुछ अटक जाना, एसिड रिफ्लक्स आदि. कुछ गंभीर बीमारियों जैसे किडनी फेलियर, एन्सेफलाइटिस, ब्रेन ट्रॉमा, स्ट्रोक, नर्व डैमेज, ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रेस, मेटाबॉलिक समस्या से भी हिचकी आ सकती है. यदि आपको बार-बार और देर तक हिचकी आए, तो इसे डॉक्टर को जरूर दिखा लें. साथ ही यहां बताए गए कुछ घरेलू उपायों को आजमाकर देखें, जब भी आपको हिचकी परेशान करे.
हिचकी रोकने के घरेलू उपाय
यदि आपको हिचकी आए, तो शहद खाएं. एक बड़ा चम्मच शहद खाने से हिचकी आना रुक सकता है. शहद को मुंह में डालकर तुरंत निगलने से हिचकी की समस्या बंद हो जाती है, ऐसा शहद की गर्माहट के कारण हो सकता है.
दही में नमक मिलाकर खाने से भी हिचकी आना रुक सकता है. दही को धीरे-धीरे खाएं, इससे काफी हद तक हिचकी आना रुक सकता है, साथ ही दही में मौजूद पोषक तत्वों से शरीर को अन्य लाभ भी प्राप्त हो सकते हैं. दरअसल, दही डायफ्राम को शांत करता है, जिससे हिचकी बंद हो जाती है. दही नेचर में एल्कलाइन होती है, जिससे पीएच अधिक एसिडिटी के कारण आने वाली हिचकी की समस्या को शांत कर सकता है.
यदि आपको लगातार हिचकी आ रही है, तो एक गिलास ठंडा पानी धीरे-धीरे पी लें. इससे हिचकी काफी हद तक बंद हो सकती है. निगलने का मेकैनिज्म डायफ्राम की मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे हिचकी आने का अंतराल कम हो जाता है और अंत में आपको हिचकी से छुटकारा मिल जाता है.
अक्सर लोग कहते हैं कि जब भी हिचकी आए, तो कुछ सेकंड के लिए अपनी सांसें रोक कर रखें. यह नुस्खा दादी-नानी के जमाने से लोग आजमाते चले आ रहे हैं और काफी हद तक इससे हिचकी रोकने में मदद भी मिलती है.
कई बार ध्यान भटकाने से भी हिचकी बंद हो जाती है. ऐसे में आप कुछ जरूरी कामों में व्यस्त हो जाएं या फिर कुछ चौंकाने वाला काम करें, ताकि हिचकी आनी रुक जाए.a