कैंसर की रोकथाम के लिए जरूरी हैं स्वस्थ जीवनशैली, आहार में शामिल करें ये सुपरफूड

कैंसर की रोकथाम के लिए जरूरी

Update: 2023-06-19 11:59 GMT
वर्तमान समय की जानलेवा बीमारियों में से एक हैं कैंसर जिसकी वजह से लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ हैं। इस बीमारी में कैंसर कोशिकाएं मरती नहीं हैं, बल्कि वे एक तेज दर से फैलती हैं जो मरीज को सीधा मृत्यु की ओर ले जाती हैं। इस घातक बीमारी से बचने का सबसे सही तरीका हैं इसकी रोकथाम के उपाय करना और इसके लिए सबसे जरूरी हैं स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना। इसके लिए लोगों में जागरूकता का होना बहुत जरूरी हैं। इसी कड़ी में हम आपके लिए आज कुछ ऐसे आहार की जानकारी लेकर आए हैं जो कैंसर रोगियों के लिए सुपरफूड का काम करते हैं और इस बीमारी से लड़ने में मददगार साबित होते हैं। आइए जानें आप कौन से सुपरफूड्स डाइट में शामिल कर सकते हैं।
अलसी के बीज
अलसी में हेल्दी फैट होता है। इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है। ये कैंसर कोशिकाओं से बचाव करने में मदद करता है। ये बीज ब्रेस्ट कैंसर से बचाने का काम करते हैं। आप इसे सब्जी, ओट्स और दाल आदि में भी शामिल कर सकते हैं। अलसी के पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं। ये बीज शरीर को कई अन्य लाभ भी प्रदान करते हैं। ये तेजी से वजन घटाने में भी मदद करते हैं।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी एंटीऑक्सिडेंट और अन्य फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं जो स्तन, प्रोस्टेट और पेट के कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए दिखाए गए हैं। ये छोटे जामुन फाइबर, विटामिन सी और विटामिन के से भी भरे होते हैं।
पालक, लेट्यूस, केल और सरसों के साग जैसी पत्तेदार हरी सब्जियों में फोलेट और कैरोटीनॉयड होते हैं। डीएनए की रक्षा के लिए फोलेट महत्वपूर्ण हैं, जो कि कैंसर की ओर ले जाने वाले परिवर्तनों के शुरुआती बिंदु के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा, कैरोटेनॉयड्स कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक सकते हैं।
साबुत अनाज पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं क्योंकि वे फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, पादपरसायन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। साबुत अनाज में कुछ पदार्थ होते हैं जो कैंसर से लड़ते हैं, जिसमें सैपोनिन भी शामिल है, जो कैंसर कोशिकाओं के गुणन को रोक सकता है, और लिग्नान, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।
सभी ड्राई फ्रूटस की तरह अखरोट में भी शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स और हेल्दी फेट्स पाए गए हैं। अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च ने पाया कि अनुसार अन्य नट्स की तुलना में अखरोट में कैंसर के जोखिमों को रोकने की ज्यादा क्षमता होती है। रिसर्च में यह भी पाया गया कि अखरोट में पेडुनकुलगिन नामक तत्व पाया जाता है। जिसे शरीर यूरोलिथिन में बदल देता है। यूरोलिथिन एक प्रकार का कंपाउंड है जो एस्ट्रोजेन को रिसेप्टर्स से जोड़कर ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद करता हैं।
हल्दी
करक्यूमिन हल्दी में पाया जाने वाला एक पदार्थ है, जिसमें ब्रेस्ट, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, लंग्स और स्किन कैंसर की कोशिकाओं को दबाने की क्षमता होती है। एक अध्ययन से पता चला है कि हल्दी के कोशिकाओं को बचाने वाले गुण, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण के कारण यह मसाला ब्रेस्ट कैंसर के विकास को काफी हद तक रोक सकता है।
टमाटर
टमाटर में लाइकोपीन और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। यह कोशिकाओं की रक्षा करता है। इस बीमारी से बचने के लिए नियमित रूप से डाइट में टमाटर से बनी चीजों को शामिल कर सकते हैं। आप आहार में टमाटर का जूस, सॉस या सब्जी खा सकते हैं।
बीन्स
बीन्स जैसे फाइबर से भरपूर चीजें कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, बीन्स में कैंसर से बचाव करने वाले पदार्थ जैसे फेनोलिक एसिड और एंथोसायनिन होते हैं। लाल और काली बीन्स के गहरे रंग के लिए एंथोसायनिन नामक फ्लेवोनोइड जिम्मेदार होता है।
ब्रोकोली
ब्रोकली में कैंसर से लड़ने वाले तत्व होते हैं। इन्हें इंडोल-3-कार्बिनॉल के रूप में जाना जाता है। ये ब्रेस्ट ट्यूमर कोशिका को रोकने में मदद करते हैं। इसलिए आप ब्रोकोली को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसका सेवन आप सब्जी और सलाद के रूप में कर सकते हैं।
लंबे समय से माना जाता रहा है कि लहसुन में कैंसर को रोकने की क्षमता होती है। लहसुन मैक्रोफेज और नैचुरल किलर सेल्स को बढ़ाकर कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा लहसुन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कई रोगों से बचाने में सहायक हैं। आप इसे कच्चा, खाने में या अचार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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