Health Care Tips: ऐसा माना जाता है कि इस ब्रह्मांड में ईश्वर के बाद यदि कोई एक शक्ति है तो वह है हनुमानजी। 'रामदूत अतुलित बल धामा अंजनी पुत्र पवन सुत नामा' अर्थात हनुमान जी के बल की कोई तुलना नहीं है, उनमें सारे ब्रम्हांड को एक दिन में बिना थके सौ से ज्यादा परिक्रमा कर सकने की सामर्थ्य है।
हनुमान जयंती या किसी भी दिन उनकी पूजा के दौरान भक्त उन्हें विभिन्न तरह की चीजें चढ़ाते हैं। हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जिनके बारे में मान्यता है कि यह हनुमानजी को बहुत पसंद थी और आज भी लोग उन्हें प्रसाद के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
रतालू
ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान को रतालू बहुत पसंद थी। NCBI की एक स्टडी (Ref) के अनुसार, यह सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि कई पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। रतालू कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसमें पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो बीपी करने के और दिल को स्वस्थ रखती है। रतालू में विटामिन सी, विटामिन B6, आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई आवश्यक विटामिन और मिनरलस पाए जाते हैं।
केला
रिसर्चगेट पर छपे एक अध्ययन (Ref) के अनुसार, केले में शरीर के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों जैसे पोटेशियम, विटामिन B6, फाइबर, विटामिन C, मैंगनीज आदि पाए जाते हैं। इसके सेवन से बीपी कंट्रोल रहता है, इम्यूनिटी बढ़ती है, पाचन क्रिया बेहतर रहती है, हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। यह वजन कम करने, कमजोरी और थकान दूर करने, दिल को स्वस्थ रखने और शरीर को ताकत देने का भी काम करता है।
गुड़ और चना, दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर चीजें हैं। यह कॉम्बिनेशन ताकत का खजाना है। चना प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। गुड़ में मौजूद तत्व पाचन एंजाइम को सक्रिय करते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है। इस मिश्रण में कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। गुड़ और चना दोनों ही आयरन से भरपूर होते हैं। आयरन हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है। गुड़ और चना, दोनों ही मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर जल्दी से कैलोरी बर्न करता है। गुड़ और चना दोनों ही विटामिन सी और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं।
बेर का फल न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। बेर विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। विटामिन सी इम्यून पावर को मजबूत बनाता है, फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। बेर में पाया जाने वाला पोटेशियम बीपी को कंट्रोल रखता है, बेर में विटामिन A पाया जाता है, जो आंखों के लिए जरूरी होता है। यह फल वजन घटाने, डायरिया की समस्या दूर करने और स्किन के लिए भी फायदेमंद है।
मोतीचूर के लड्डू
मोतीचूर लड्डू को चीनी से जरूर बनाया जाता है लेकिन इसके कुछ फायदे भी हैं। Carbohydrates से भरपूर बेसन तुरंत ऊर्जा देने का काम करता हिया, बेसन का आटा प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है, बेसन के आटे में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। इसे हेल्दी बनाने के लिए रिफाइंड चीनी की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल करें, फैट कम करने के लिए बूंदी को तलने की बजाय बेक करें। ज्यादा प्रोटीन और हेल्दी फैट के लिए सीड्स और नट्स का इस्तेमाल करें।