Health Care: अस्थमा रोगी हीटवेव से बचने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, नहीं तो बढ़ जाएगी समस्या
Health Care: अस्थमा फेफड़ों से संबंधित एक बीमारी है। यह वायुमार्ग से संकीर्ण हो जाता है। साथ ही, वायुमार्ग में सूजन भी आ जाती है। फिलहाल देश भर में भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में पारा 52 डिग्री से ऊपर जा चुका है। गर्म हवाएं, तेज धूप औप heatwave से जन जीवन प्रभावित है। इस दौरान अस्थमा रोगियों को ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे में व्यक्ति को सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं, कुछ मामलों में अस्थमा रोगियों को सांस लेते या छोड़ते समय घरघराहट की आवाज आ सकती है। लेकिन, गर्म हवाएं, तेज धूप और लू भी अस्थमा रोगियों की दिक्कत बढ़ा सकते हैं। अगर आपको अस्थमा है तो heatwave से बचाव जरुर करें। आइए आपको बताते हैं कैसे बचाव करें।
घर या ऑफिस में रहें
अस्थमा रोगियों को तेज धूप और गर्मी में बाहर निकलने से बचना चाहिए। वहीं, आप घर या ऑफिस के अंदर ही ज्यादा रहे तो बेहतर है। इससे आप गर्म और उमस भरे मौसम से बचे रहेंगे। गर्मी ज्यादा लगने पर एसी चला सकते हैं। हालांकि, अस्थमा रोगी को एसी में ज्यादा देर नहीं बैठना चाहिए। इससे आपको ठंड लग सकती हैं और दिक्कत बढ़ सकती है।
हाइड्रेटेड रखें
गर्मियों में सभी लोगों को हाइड्रेटेड रहना बहुत जरुरी है। अगर आप अस्थमा के रोगी है, तो खुद को हाइड्रेटेड रखना जरुरी है। रोजाना 8-10 गिलास पानी जरुर पीना चाहिए। इसके साथ ही हीटवेव बचने के लिए नारियल पानी, गन्ने का रस या बेल जूस का सेवन कर सकते हैं। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और शरीर में ठंडक रहेगी।
लिक्विड डाइट पर जोर दें
जिन लोगों को अस्थमा है वे अनाज से ज्यादा लिक्विड Diet पर जोर देना चाहिए। इससे पानी की कमी दूर होगी । फलों,खीरा या पानी से भरपूर अन्य फूड्स का सेवन कर सकते हैं। लिक्विड डाइट से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। इससे आप लू से बच सकते है।
चेहरे को जरुर कवर करें
गर्मियों में आपको चेहरा कवर करना जरुरी है। दरअसल, गर्म हवाओं, प्रदूषण और धूल- मिट्टी से अस्थमा रोगियों की परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में चेहरे पर मास्क लगाए या गमछा से चेहरे को कवर करें। इससे अस्थमा के लक्षण ट्रिगर नहीं होंगे।
धूम्रपान का न करें
जिन लोगों को अस्थमा है वे लोग धूम्रपान न करें। धूम्रपान करने से खांसी और खराश की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं, धूम्रपान करने वाले अस्थमा रोगियों को सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है।