काली मिर्च में गुणों का खज़ाना है जिसका उपयोग हर गृहणी मसालों के तौर पर करती है। यह खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में काली मिर्च का इस्तेमाल विभिन्न रोग-विकारों की दवाइयां बनाने में किया जाता हैं। काली मिर्च के गुणों से परिचित होने के बाद बहुत सारे लोग घरेलू औषधि के रूप में भी करने लगे हैं। मिर्च दो तरह की होती है- सफेद और काली। काली मिर्च के उपयोग से कफ, बवासीर, खाँसी आदि की समस्याओं को दूर किया जाता है। तो आइये जानते है इसके और फायदे के बारे में....
1. 2 ग्राम काली मिर्च का पाउडर, गुड़ के साथ मिलाकर खाने से जुकाम जल्द ही ठीक होता है।और साथ ही काली मिर्च में घी और शक्कर मिलाकर सेवन करने से अनेक आँखों के रोग ठीक होते हैं।
2. कालीमिर्च को पीसकर दही में मिलाकर गुड़ के साथ सेवन करने से नाक से होने वाला रक्त स्राव बंद होता है | और सर भी दर्द भी दूर किया जा सकता है।
3. इसमें मौजूद पोटेशियम से ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल में रहता है। कार्बोहाइड्रेट्स से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
4. नीबू और अदरक के 5-5 ग्राम रस में 1 ग्राम काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन करने से पेट का दर्द शीघ्र ठीक होता है।और इसी के साथ ही कालीमिर्च को जलाकर उसका धुआं सूंघने से हिचकियां बंद होती हैं।
5. सुबह सुबह गर्म पानी के साथ कालीमिर्च का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है | इसके अलावा ये हमारे बॉडी सेल्स को भी पोषण देने का काम भी करती है |
6. गैस की शिकायत होने पर एक कप पानी में आधे नीबू का रस डालकर आधा चम्मच काली मिर्च का पाउडर और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर रोज कुछ दिन तक सेवन करने से गैस की दिक्कत दूर होती है।
7. खांसी होने पर आधा चम्मच काली मिर्च का पाउडर और आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार खाने से खांसी दूर होती है।