क्या आप भी पिछले कुछ दिनों से सर्दी-खांसी से परेशान है और क्या आप पिछले कुछ दिनों से शरीर में कमजोरी महसूस कर रहे है। तो बतादें कि ये सभी लक्षण H3N2 फ्लू के भी हो सकते है। जिसको समय रहते गंभीरता से लेना बहुत जरूरी है। दरअसल मार्च के पहले सप्ताह में दिल्ली, मुंबई, यूपी सहित भारत के कई हिस्सों में H3N2 फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है, इस वायरस से अबतक हरियाणा और कर्नाटक दोनों ही राज्यों से एक व्यक्ति की जान जा चुकी है। यही कारण है कि इस नए वायरस को लेकर लोगों में डर का माहौल है। इस वायरस के लक्षण कुछ-कुछ कोविड-19 की तरह ही हैं। ऐसे में इन दोनों की पहचान करना मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि केंद्र ने इन्फ्लूएंजा से खुद को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है। यहां हम आपको H3N2 फ्लू के लक्षण बताने के साथ ही अपने परिवार को इस वायरस से बचाने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे है।
H3N2 फ्लू वायरस के लक्षण क्या है
- ठंड का एहसास
- लगातार खांसी आना
- छीकें आना
- नाक बहना
- सांस लेने में तकलीफ
- बुखार
- उल्टी आना
- बैचेनी
- गले में दर्द और खराश
- मसल्स पेन
- दस्त की शिकायत
H3N2 फ्लू वायरस कैसे फैलता है
- जब कोई व्यक्ति सामने वाले या आसपास के व्यक्ति के सामने खांसता या छींकता है, तो H3N2 वायरस से संक्रमित व्यक्ति से बात करने पर इस वायरस के अंश या यूं कहें उसके ड्रॉप्लेट्स सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचकर उसे संक्रमित कर सकते हैं।
- अगर इस वायरस के कण किसी सतह पर लगे हों तो ऐसी सतह को छूकर मुंह या नाक पर लगा लेने पर भी व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आ सकता है।
- गर्भवती महिला, बच्चों, वृद्धों और पहले से किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है।
ऐसे करें H3N2 वायरस से अपने परिवार का बचाव
- घर के सभी सदस्यों को बार-बार हाथ धोने की आदत ड़ालनी होगी। अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करने के लिए साबुन और पानी का उपयोग करें।
- अगर आप या आपके परिवार के सदस्य कहीं बाहर जाते है तो थोड़ी-थोड़ी देर में अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- खांसी या छींक आने पर मुंह को कवर करें। या फिर अपनी कोहनी में छींकें या खाँसें। और फिर तुरंत अपने हाथ धो लें।
- जितना हो सकें आंखों, नाक और मुंह सहित अपने चेहरे को अत्यधिक छूने से बचें।
- घर के दरवाजे, खिड़कियां या फिर अन्य सामान्य रूप से छुई जाने वाली सतहों को साफ रखें ताकि वायरस आपकी बॉडी में प्रवेश न कर सके।
- जितना संभव हो भीड़भाड़ में जाने से बचें।
- बीमार लोगों से दूरी बनाकर रखें।
- घर के बुजुर्ग, गर्भवती या किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को बाहर जा जाने दें।
- घर के किसी भी सदस्य को जुकाम या खांसी लगे तो ना सिर्फ घर के बाहर बल्कि घर में भी मास्क पहनें रखें।
- कपड़े, तौलिये या पानी की बोतल जैसी पर्सनल चीजों को शेयर करने से बचें।
- संभव हो तो अकेले ही खाना खाए।
- भरपूर मात्रा में पानी पीए ताकि बॉडी हाइड्रेटेड रहें।
- अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए डाइट का खास ख्याल रखें।
- नियमित रूप से योग और एक्सरसाइज करें।
- डॉक्टरी सलाह पर ही कोई दवाई लें, अन्यथा ब्रोंकाइटिस से जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती है।