हरी मिर्च, सोयाबीन और किशमिश ये तीनों है सेहत के लिए लाभकारी

Update: 2023-05-23 12:53 GMT
आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के जरिए तीन ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके सेवन से आपकी सेहत को कई तरह के फायदे होंगे। ये चीजें है हरी मिर्च, सोयाबीन और किशमिश। तो चलिए सबसे पहले चालु करते है हरी मिर्च से। विटामिन ए, बी6, सी, आयरन, कॉपर, पोटेशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का भरपूर स्त्रोत है हरी मिर्च। यही नहीं इसमें बीटा कैरोटीन, क्रीप्टोक्सान्थिन, लुटेन -जॅक्सन्थि‍न आदि स्वास्थ्यवर्धक चीजें मौजूद हैं। कई शोध यह बात सामने आई है कि हरी मिर्च खाने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। तो चलिए विस्तार से जानते है हरी मिर्च के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में...
- हरी मिर्च में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है। विटामिन सी दूसरे विटामिन्स को शरीर में भली प्रकार अवशोषित होने में मदद करता है।
- हरी मिर्च एंटी-ऑक्सीडेंट का एक अच्छा माध्यम है। हरी मिर्च में डाइट्री फाइबर्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिससे पाचन क्रिया सुचारू बनी रहती है।
- विटामिन ए से भरपूर हरी मिर्च आंखों और त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है।
- हाल में हुई कुछ स्टडीज के अनुसार, हरी मिर्च ब्लड शुगर को कम करने में कारगर होती है।
- हरी मिर्च को मूड बूस्टर के रूप में भी जाना जाता है। यह मस्तिष्क में एंडोर्फिन का संचार करती है जिससे हमारा मूड काफी हद तक खुशनुमा रहने में मदद मिलती है।
- कई शोधों में लंग कैंसर से बचाव के तौर पर भी हरी मिर्च के प्रयोग को फायदेमंद माना गया है। हालांकि अभी तक इसकी कोई प्रमाणिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
- हरी मिर्च में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसकी वजह से शरीर बैक्टीरिया-फ्री रहता है और यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करता है।
सोयाबीन
आगे अब बात करते है सोयाबीन की। सोयाबीन पोषक तत्वों का खजाना है, जिसके सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है। सोयाबीन को पेड़-पौधों से मिलने वाले प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है। इसलिए, शाकाहारी लोगों को इसे अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। सोयाबीन के बीज क्रीम रंग के होते हैं। इनके सेवन से शारीरिक और मानसिक स्थिति को सुधार करने में सहायता मिलती है। सोयाबीन वसा का अच्छा और सस्ता स्रोत माना जाता है। इससे दूध, टोफू, सोया सॉस व बीन पेस्ट बनाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले गुण के कारण डॉक्टर भी सोयाबीन खाने की सलाह देते हैं।
- मधुमेह में सोयाबीन का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है । इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज को नियंत्रित करता है और इंसुलिन में आने वाली बाधा को कम कर सकता है। साथ ही सोयाबीन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने के कारण इससे बने उत्पादों का सेवन मधुमेह के मरीज के लिए उचित माना गया है
- यदि आपको कोई मानसिक रोग है तो आप सोयाबीन को अपनी डाइट में शामिल करें। सोयाबीन मानसिक संतुलन को ठीक करके दिमाग को तेज करता है।
- दिल के रोग होने पर सोयाबीन खाने की सलाह दी जाती है। आप ऐसे भी सोयाबिन खाना शुरू कर देंगे तो आपको दिल की बीमारियां नहीं होगी।
- सोयाबीन खाने से हड्डियां मजबूत होती है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन्स (phytoestrogens) पाए जाते हैं, जो हड्डियों को कमजोर होने से बचा सकते हैं।
- यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है तो रोजाना सोयाबीन खाएं। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
- सोयाबीन में लेसीथिन पाया जाता है जो लीवर के लिए फायदेमंद है।
- सोयाबीन प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ, जिन्हें पचाने के लिए शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ती है। इससे शरीर की एनर्जी का सही उपयोग हो सकता है और फैट बनने से रोकने में मदद मिल सकती है।
- सोयाबीन आइसोफ्लेवोंस और फाइटोकेमिकल्स का मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में ये दोनों तत्व एंटीकैंसर के रूप में अपना असर दिखा सकते हैं। सोयाबीन के सेवन से स्तन और गर्भाशय से संबंधित कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है।
- सोयाबीन की छाछ पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
- सोयाबीन के बीज में पाए जाने वाले आइसोफ्लेवोंस आपके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करते हैं। सोयाबीन के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा तो कम होती है, लेकिन अच्छे कोलेस्ट्रॉल पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता
- सोया उत्पादों में प्लांट एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन के निर्माण में मदद करते हैं। इसके सेवन से मासिक धर्म नियमित रूप से आते हैं। साथ ही बांझपन और रजोनिवृत्ति से पहले होने वाली समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
- त्वचा को खिला-खिला और जवां बनाने में सोयाबीन मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी व कोलेजन (प्रोटीन का समूह) के गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट आपकी त्वचा को अल्ट्रा वाइलेट किरणों से भी सुरक्षा पहुंचाता है।
- बालों के लिए भी फायदेमंद है सोयाबीन, सोयाबीन के बीज में फाइबर, विटामिन-बी, विटामिन-सी, और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं। ये बालों के विकास और मजबूती के लिए सहायक होते हैं। साथ ही इसमें मौजूद आयरन बालों को झड़ने से रोकता है।
किशमिश
किशमिश के अंदर मौजूद गुण और इसके स्वाद की वजह से लोग इसके दीवाने हैं। भारतीय बाजार में यह अन्य ड्राई फ्रूट्स के मुकाबले काफी सस्ती भी है। किशमिश को भिगोकर खाने से इसके अंदर मौजूद तत्व बेहतर हो जाते हैं। इसलिए आप रोजाना रात को 20 से 30 किशमिश को भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट इनका सेवन करें। किशमिश के अंदर मौजूद विटामिन और मिनरल्स सीधा आपके शरीर में पहुंच जाते हैं। इसके अलावा भिगोकर रखने से किशमिश के एंटी ऑक्सीडेंट तत्व भी बढ़ जाते हैं।
- दांत और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। आपको बता दें कि 100 ग्राम किशमिश के अंदर करीब 50 एमजी कैल्शियम होता है। ऐसे में किशमिश का सेवन दांतों और हड्डियों के लिए भी किया जा सकता है।
- किशमिश ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल करता है और यह खून साफ करने का कार्य भी करता है। इसके अलावा किशमिश के अंदर फाइबर और बहुत से विटामिन मिनरल्स पाए जाते हैं। किशमिश के यह गुण आपको हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं से बचा कर रखते हैं।
- किशमिश में मौजूद शुगर आसानी से पच जाती है। जिससे शरीर को तुरंत ही ताकत मिलती है। इसमें कोलेस्‍ट्रॉल नहीं होता है। इस वजह से ये दिल के मरीजों के लिए भी अच्छा है।
- हाजमा को भी किशमिश के खाने से ठीक किया जा सकता है। ये पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने का काम करता है। कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों को हर रोज 5-6 किशमिश खाने की सलाह दी जाती है। किशमिश को रात में पानी में भिंगो दीजिए और सुबह इसे खाइए।
- बॉडी के अंदर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी करती है किशमिश। आप 150 ग्राम किशमिश को दो कप पानी में भिगोकर रखते हैं और अगली सुबह खाली पेट इस पानी को पी लेते हैं तो आपके लिवर की प्रक्रियाओं में भी सुधार होता है। साथ ही इससे आपका खून भी साफ होता है।
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए भी किशमिश का सेवन फायदेमंद रहता है। दरअसल किशमिश के अंदर पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी और सी मौजूद होती है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। यही आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करते हैं। इसके अलावा इसके अंदर बायोफ्लेवनोएड्स भी होते हैं जो आपको इंफेक्शन से बचा कर रखते हैं।
- अगर कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसे नींद ना आने की समस्या हो, तो उसके लिए भिगोए हुए किशमिश किसी वरदान से कम नहीं है। किशमिश के अंदर मौजूद तत्व आपको अच्छी नींद दिलाने के काम भी आ सकते हैं।
- कमजोर पाचन शक्ति वाले लोगों के लिए भी किशमिश बेहद फायदेमंद मानी जाती है। किशमिश के अंदर फाइबर पाया जाता है जो भिगोने के बाद अधिक प्रभावी हो जाता है। ऐसे में जब आप किशमिश का सेवन करते हैं, तो यह आपकी पाचन क्रिया को धीमी कर देती है। कब्ज की समस्या से भी किशमिश निजात दिलाती है।
- पोटेशियम का मुख्य स्त्रोत है किशमिश। जो शरीर के अंदर मौजूद सोडियम के प्रभाव को कम कर सकता है। इसके जरिए आपका ब्लड प्रेशर संतुलित बना रहता है।
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