स्किन को ग्लो ,वजन कम करने में मदतगार ये योगा जाने नियम

नया साल आने वाला है और कई लोगों ने आने वाले साल से योग को अपनी टु-डू लिस्ट में शामिल कर लिया होगा। अगर आपने नहीं किया तो कम से कम प्राणायाम को अपने रूटीन में जगह जरूर दें।

Update: 2021-12-20 12:03 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   नया साल आने वाला है और कई लोगों ने आने वाले साल से योग को अपनी टु-डू लिस्ट में शामिल कर लिया होगा। अगर आपने नहीं किया तो कम से कम प्राणायाम को अपने रूटीन में जगह जरूर दें। प्राणायाम सिर्फ हमारे शरीर को ही स्वस्थ्य नहीं रखता बल्कि स्किन में भी ग्लो लाता है। इस योग से आपके शरीर की हर कोशिका को ऊर्जा मिलती है और शरीर में प्राणवायु यानी ऑक्सीजन पहुंचती है। प्राणायाम ब्रीदिंग एक्सरसाइज है। प्राणायाम करना आसान है लेकिन इसे करने के लिए पहले आपको थोड़ी प्रैक्टिस करनी होगी। यहां जानिए रोजाना प्राणायाम करने के क्या फायदे हैं।

स्किन में आता है ग्लो
प्राणायाम में ऑक्सीजन आपके हर अंग तक पहुंचती है। इससे एक ओर आपका पाचनतंत्र मजबूत होता है तो दूसरी ओर स्किन पर भी ग्लो आता है। प्राणायाम से आपके शरीर के अंगों को ताकत मिलती है और रोगों से लड़ने की एनर्जी भी।
ब्लड प्रेशर में आराम
जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या है, प्राणायाम उनके लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। ब्लड प्रेशर के साथ डायबिटीज, डिप्रेशन वगैरह दूर करने में भी प्राणायाम मददगार होता है।
वजन रहेगा कंट्रोल
माना जाता है कि प्राणायाम करने से इंसान की उम्र भी लंबी होती है। क्योंकि योग में ऐसा माना जाता है कि आपकी सांस लेने की दर और तरीके पर आपकी लंबी उम्र निर्भर करती है। वहीं वजन कम करने में भी प्राणायाम मददगार होता है।
कैसे करें प्राणायाम
प्राणायाम कई तरह के होते हैं जैसे नैचुरल ब्रीदिंग, अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, सूर्य भेदन वगैरह। आप अगर शुरुआत कर रहे हैं तो नैचुरल ब्रीदिंग से कर सकते हैं। इसके लिए आप शांति से बैठ जाएं। शरीर को रिलैक्स रखें। कंधे सीधे रखें और आंखें बंद कर लें। अब आपको बस अपनी सांसों का शरीर में आते-जाते महसूस करना है। सिर्फ सांसों पर फोकस करना है। इसके टेम्परेचर को नोटिस करें। उन सारी जगहों को फोकस करें जहां से सांस आती-जाती महसूस हो रही है।
डीप ब्रीदिंग
इसके अलावा रिलैक्स पोजिशन में बैठकर डीप ब्रीद करें। पहले गहरी सांस लें। एक अनुपात तय कर लें जैसे 4 तक गिनने में गहरी सांस लें और 4 तक गिनकर सांस छोड़ें। इस नंबर को आप धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं। इसमें आपको अपने पेट और सीने के मूवमेंट पर फोकस करना है।
अनुलोम-विलोम
फर्श पर दोनों पैरों से पालथी मारकर बैठ जाएं। अंगूठे से एक दाएं नथुने को बंद करें। बाएं नथुने से सांस अंदर की ओर खींचें। अब बाएं नथुने को सीधे हाथ की ही रिंग फिंगर से बंद करें और अंगूठा हटाकर दाएं नथुने सा सांस छोड़ें। ऐसा 15 मिनट तक करें। अगर हांफने लगें तो 5 मिनट का ब्रेक ले सकते हैं।


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