: अदरक एक ऐसी चीज है जो भारत में लगभग हर रसोई में मिल जाती है. अदरक को चाय, सब्जी से लेकर कई पकवानों में इस्तेमाल किया जाता है. अदरक के गुणों की बात करें तो यह सर्दी-खांसी, गले के दर्द से लेकर इम्यून सिस्टम कर को ठीक करने में आपकी मदद करता है. इसके साथ ही अदरक से सेहत को कई फायदे होते हैं. आयुर्वेद में इसका उपयोग सदियों से कई बीमारियों को ठीक करने में किया जाता रहा है. अदरक डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद गुणकारी है. यह टाइप 2 डायबिटीज से होने वाले प्रभावो को भी कम करने में मदद करता है. तो आइए हम बताते हैं अदरक को अपनी डाइट में शामिल करने के तरीके.
बीमारियों के लिए अदरक को उपयोग करने के तरीके:
-अपने छाछ में एक चुटकी सोंठ पाउडर का प्रयोग करें. पाचन क्रिया को छीक करने के लिए इसे दोपहर के भोजन के साथ लें.
-1 इंच ताजा अदरक लें, आधा गिलास पानी में 3-5 मिनट के लिए उबालें लें, इसे छानकर गले में खराश, खांसी-सर्दी और सूजन के लिए पिएं.
-1 लीटर पानी लें, उसमें आधा चम्मच सोंठ पाउडर डालें, धीमी आंच पर 15 मिनट तक उबालें और फिर इस सर्दी में गले में खराश, सूजन, सर्दी और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए दिन भर उस पानी को पीते रहें.
-चाय जिसमें जीरा, धनिया और सौंफ के साथ 1 इंच कद्दूकस किया हुआ अदरक मिलाएं और फैटी लिवर और खराब लिवर के कारण होने वाली समस्याओं के लिए इसे भोजन के 1 घंटे बाद लें.
-5 मिली अदरक का रस लें, उसमें 1 चम्मच शहद, एक चुटकी नमक और 5 बूंद नींबू मिलाएं. भूख की कमी के लिए भोजन से 30 मिनट पहले इसे पिएं.
-अपच के लिए सोंठ-गुड़ के गोले बनाकर भोजन से पहले 1 बार लें.
अदरक प्रकृति में गर्म होता है इसलिए जो लोग उच्च पित्त और रक्तस्राव विकारों (bleeding disorders) से पीड़ित हैं, डॉक्टर की सलाह के बिना अदरक का उपयोग करने से बचें. औषधीय उद्देश्य के लिए किसी भी जड़ी-बूटी या मसाले को बनाने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें. जो लोग बवासीर की समस्या से ग्रसित हैं उन्हें अदरक के सेवन से बचना चाहिए.