होंठो को गुलाबी रखने के लिए अपनाएं घरेलू नुस्खे, जानिए कैसे
आपके सेहत और बीमारी का संकेत देते हैं। होंठो के रंग का गुलाबी होना ही सेहतमंद का परिचय होने के साथ-साथ चेहरे की सुंदरता की भी पहचान होती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कहानियों में चेहरे की सुंदरता बयान करने में होंठो का गुलाबी होना अहम हिस्सा माना जाता है। होठों की सुंदरता की कसौटी गुलाबी और मुलायम होंठ होते हैं, इसलिए हर कोई चाहता है कि उसके होंठ मुलायम और गुलाबी हो, लेकिन शायद आपको पता नहीं कि होंठो का रंग भी आपके सेहत और बीमारी का संकेत देते हैं। होंठो के रंग का गुलाबी होना ही सेहतमंद का परिचय होने के साथ-साथ चेहरे की सुंदरता की भी पहचान होती है।
होंठो के रंग के अनुसार बीमारी की पहचान ( Know the Disease by Colour of Your Lips)
होंठो का गुलाबीपन सुंदरता की पहचान होती है, अगर इससे हटकर सोचा जाये तो होंठ आपकी सेहत के बारे में कई बातें बताते हैं। यदि आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपके होंठ का रंग बदलना शुरु हो जाता है। बदलते होंठ के रंग को अधिकतर लोग नजरअंदाज कर देते हैं और कभी-कभी तो किसी पर उनका ध्यान भी नहीं जाता।
लाल होंठ- अगर आपके होंठ पहले की तुलना में ज्यादा लाल दिखने लगे, तो समझ जाइए कि ये सेहत संबंधित बीमारी की तरफ इशारा है। होंठों के लाल होने का मतलब है, कि आपका लीवर कमजोर है या फिर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है।
इसके अलावा होंठ का लाल होना खान-पान की किसी एलर्जी के कारण भी हो सकता है। इससे कई बार होंठों में सूजन भी आ जाती है।
पीले या सफेद होंठ– होंठ के पीले या सफेद होने का मतलब है कि आपको एनीमिया या खून की कमी हो सकती है, क्योंकि कुदरती इस प्रकार के होंठ नहीं होते। बता दें कि खून में लाल हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होठ का रंग बदलकर पीला या सफेद हो जाता है।
काले होंठ– यूं तो ज्यादा ब्यूटी प्रोडक्ट्स के उपयोग से होंठ काले पड़ने शुरु हो जाते है। लेकिन इसके अलावा जिन लोगों को सिगरेट पीने की आदत होती है उनके होंठ भी काले पड़ जाते हैं।
जामुनी होंठ – यदि आपके होंठ का रंग नेचुरल रंग से जामुनी हो गया है तो इसका मतलब आपको दिल या फेफड़ों से संबंधित कोई बीमारी परेशान कर रही है। इसके अलावा यह पाचन क्रिया में गड़बड़ी की ओर भी इशारा करता है।
होंठो का गुलाबीपन क्यों खो जाता है? (Causes of Loss of Pink Lips)
गुलाबी और सॉफ्ट होंठ स्वस्थ व्यक्ति की पहचान होती है। कई बार मौसम में बदलाव, तेज धूप, धूल-मिट्टी के कारण होठों का गुलाबी पन गायब हो जाता है।
-पानी की कमी से होंठ ड्राई होना शुरू हो जाते हैं। ड्राई होंठों की केयर करना बहुत जरूरी है।
-होंठों की स्किन में कुछ समय बाद डेड स्किन जमा होने लगती है। जिसे हटाना बहुत जरूरी होता है। होठों पर जमे डेड स्किन को साफ न किया गया तो इससे कालापन बढ़ने लगता है।
-जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनके होठों का नेचुरल गुलाबी निखार कालेपन में बदल जाता है। होठों का गुलाबीपन बरकरार रखने के लिए सिगरेट की लत से छुटकारा पाना ज़रूरी होता है।
-होठों पर लगे लिप कलर चेहरे की खूबसूरती को बढ़ा देते हैं।
-ज्यादा देर तक धूप में रहने से भी स्किन का कलर गहरा हो जाता है।
-जो लोग स्विमिंग करते हैं और ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं, उनके होंठ काले पड़ जाते हैं।
-साइड इफेक्ट के कारण-होंठों का गुलाबीपन खो जाना साइड इफेक्ट के कारण भी हो सकता है। लिपस्टिक या लिप ग्लॉस में कुछ किसम के हाई और सुगन्धित तत्व मिले होते हैं जिससे कुछ महिलाओं को एलर्जी पैदा हो जाती है। कोई भी प्रोडक्ट लेने से पहले उसे अपनी त्वचा पर लगाकर जरूर टेस्ट करें।
–जीवनशैली और आहार-जीवनशैली और आहार में असंतुलन भी होंठो के गुलाबीपन कम होने के वजह हैं-
विटामिन सी कमी– विटामिन सी होंठों को गुलाबी के लिये जाना जाता है। यदि आप अपने आहार में विटामिन सी नहीं ले रहे
हैं तो आपके होंठ गहरे पड़ जाएंगे। आपको विटामिन सी पाने के लिये ताजे फल और सब्जियां खाने चाहिए।
पानी की कमी- अगर होंठ गुलाबी रखने हैं तो खूब सारा पानी पीजिये। दिन में कम से कम 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए जिससे होंठों में नमी बनी रहे।
होंठो को बार-बार चाटना- सूखे होंठों को गीला करने के चक्कर में उन्हें बार-बार चाटना सही नहीं है, इससे वे काले हो जाते हैं।
सूरज का यूवी रे- सूरज मिलेनिन पिगमेंटेशन को बढ़ाता है। ज्यादा देर तक धूप में रहने से होंठ सूरज की गर्मी को झेल नहीं पाते और काले हो जाते हैं। होठों को बचाने के लिये यूवी प्रोटक्शन वाला लिप बाम लगाना चाहिए।
कैफीन का सेवन- ये तो पता है कि कैफीन दांतों को पीला कर देती है लेकिन ये होंठों को भी साथ में काला करती है। आप जितनी ज्यादा कॉफी पियेंगे आपके होंठ उतने ही ज्यादा काले पडेंगे। कॉफी और चाय पीने से भी होंठ काले होते हैं।
ध्रूमपान- सिगरेट में निकोटीन होता है जो होंठों की त्वचा को जला देता है इसलिए होंठ काले पड़ने लगते हैं। लेकिन आप जैसे ही स्मोकिंग करना छोड़ देंगे आपके होंठ अपने आप ही सही हो जाएंगे।
मेकअप प्रोडक्ट्स- होंठों को आकर्षक दिखाने के लिए अगर आप सस्ता और लो बजट की लिपस्टिक या लिप ग्लॉज यूज करती हैं तो ये प्रोडक्ट भी आपके होंठों को काला बना रहे हैं। इन सस्ते प्रोडक्ट्स में लैड, शीशा और सुगन्धित तत्व मिले होते हैं जो महिलाओं में एलर्जी की समस्या पैदा करती है और आपके होंठों को काला बनाती हैं।
एंटीबायोटिक दवाईंयो का ज्यादा सेवन- ज्यादा दवाईयां खाने से भी होंठों पर बुरा असर पड़ता है साथ ही एंटीबायोटिक दवाइयां खाना शरीर पर खराब असर डालती है।
होंठो का कालापन दूर करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Black Lips in Hindi)
होंठो का गुलाबीपन बचाये रखने और कालापन दूर करने के लिए इन बातों पर ध्यान रखना ज़रूरी होता है-
-मलाई में नींबू मिलाकर इसमें शक्कर मिलाएं और इसको स्क्रब के तौर पर इस्तेमाल करें। होंठ धीरे-धीरे गुलाबी होने लगेंगे।
-ग्लिसरीन में केसर, गुलाब जल और नींबू मिलाकर लगाने से भी होंठ गुलाबी होते हैं।
-रात में हमेशा मेकअप हटाकर सोंए। होंठों पर लिपस्टिक लगी न छोड़ें। सुबह ब्रश करते वक्त टूथब्रश को होंठों पर रगडे, इससे मृत त्वचा निकल जाएगी।
–गुलाब की पत्तियों को पीसकर इसके इसके रस को शहद में मिलाकर होंठों पर लगाने से होंठ गुलाबी होते हैं।
-गुलाब की पत्तियों को दूध में भिगोकर रखें। एक घण्टे बाद इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दिन में 2-3 बार होंठों पर लगाएं।
-चीनी, शहद और नारियल का तेल मिलाकर रात के समय होंठों पर लगाकर सोने से होंठों की रंगत गुलाबी होती है।
-खाने में चुकंदर, टमाटर और तरबूज सहित पोषक तत्वों का इस्तेमाल करें।
-हल्दी में दूध मिलाकर लगाने से होंठों का कालापन दूर होता है।
-होंठों पर शुद्ध देसी घी लगाकर सोने से होंठ नरम और गुलाबी हेते हैं।
-अनार के दोनों को पीस लें। इस पेस्ट में मलाई मिलाकर फ्रिज में रख दें। इसे एक हफ्ते तक होंठों पर कई बार लगाएं।
-होठों के गुलाबीपन को बरकरार रखने के लिए स्मोंकिग न करें।
-सस्ते और घटिया क्वालिटि के प्रोट्क्टस का प्रयोग न करें क्योंकि इसमें केमिकल्स और सुगन्धित द्रव्य होते हैं जो होंठों को काला बना देते हैं।
-ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचें क्योंकि सूरज मिलेनिन पिगमेंटेशन को बढ़ाता है। जिससे होंठों का रंग गहरा हो जाता है।
-दिन में 3 से ज्यादा बार कॉफी का सेवन न करें।
-सूखे होंठों को बार-बार जीभ से न चाटें।
-गरम तरल पदार्थ एवं खाद्य पदार्थों से दूर रहें।