Financial Planning: नए मैरिड कपल इस तरह करे फाइनेंशियल प्लानिंग

Update: 2024-06-01 14:06 GMT
मैरिड कपल फाइनेंशियल प्लानिंग Financial Planning  :  शादी के बाद आपको अपने सभी फाइनेंसियल मैटर्स में अपने पार्टनर के साथ बात करना और प्लानिंग करना ज़रूरी है। अन्यथा पैसों को लेकर विवाद होना आम बात है।फाइनेंशियल प्लानिंग हर स्टेज और हर रिलेशन में ज़रूरी है। अगर आप न्यूली मैरिड हैं तो आपके लिये यह और भी ज़रूरी है की आप इस तरह प्लान करें कि इन मुद्दों पर आपसी मतभेद ना हो। शादी के पहले तक आप अपनी इनकम और ख़र्चों को अकेले मैंटेन करते हैं, लेकिन शादी के बाद आपको अपने सभी फाइनेंसियल मैटर्स में अपने पार्टनर के साथ बात करना और प्लानिंग करना ज़रूरी है। अन्यथा पैसों को लेकर विवाद होना आम बात है। इसलिए ज़रूरी है कि आप शुरू से ही सही प्लानिंग करें और अपनी लाइफ को बिना किसी आपसी मतभेद के इंजॉय करें।
चलिए आज जानते हैं न्यूली मैरिड कपल को किस तरह करना चाहिये फाइनेंशियल प्लानिंग-फाइनेंस के बारे में मिलकर बात करेंशादी के बाद अपने पार्टनर से खुलकर अपने फाइनेंसज के बारे में बात करें। अगर आपने पहले से लोन ले रखे हैं और उनकी किश्त जाति है तो इस बारे में भी पार्टनर को ज़रूर बतायें। किसी भी सोर्स से आपके या आपके पार्टनर के पास पास जितना भी पैसा आता है उसकी जानकारी दोनों को होनी चाहिये। गोल तय करेंअक्सर न्यूली मैरिड कपल बहुत समय तक लाइफ़ इंजॉय करने और एक-दूसरे कि शौक़ पूरा करने में ही बड़ा अमाउंट ख़त्म कर देते हैं, और बाद में एक-दूसरे पर ज़िम्मेदारी डालते हैं। इससे बचने के लिए शुरू से ही बचत करने की आदत डालें। दोनों अपने फाइनेंसियल गोल्स तय करें और प्लान करें की इन गोल्स को कैसे प्राप्त कर सकते मिलकर बजट बनायें
पैसे को खर्च करने को लेकर दोनों की सोच अलग होना सामान्य बात है। हो लेकिन, यह ज़रूरी है कि दोनों मिलकर घर का बजट बनायें। घर का खर्च चलाने में दोनों की भागदारी होना जरूरी है। कोशिश करें कि कोई भी दूसरे के ऊपर अपनी राय न थोपें, बल्कि आपसी सहमति से तय करें कि किस चीज पर कितना खर्च करना है।इमरजेंसी फण्ड बनायेंपार्टनर के साथ मिलकर तय करें कि चाहें कितने भी खर्चे हों, एक तय अमाउंट बचाना है और इसको इमरजेंसी फंड के रूप में रखना है। इस फंड को बैंक में भी रख सकती हैं। लेकिन, इस फण्ड से पैसों को किसी भी ज़रूरत के लिए निकालें नहीं। कोशिश यह रखें कि इस फंड में कम से कम इतना पैसा हो जिससे आपके घर का छह महीने का खर्च निकल जाए। इससे आप हमेशा फायनेंशियली सिक्योर फील करेंगे और किसी भी तरह की अप्रत्याशित घटना की स्थिति का सामना कर सकेंगे।रिटायरमेंट प्लानिंग भी करेंबाद की ज़िंदगी भी शुरू की तरह ही ख़ुशनुमा गुज़र सके इसके लिए ज़रूरी है कि शादी के पहले साल से ही आप रिटायरमेंट प्लानिंग भी ज़रूर करें।
जिससे रिटायरमेंट के बाद भी आप अच्छी लाइफस्टाइल मेंटेन कर सकें। आजकल पेंशन की कई अच्छी स्कीम उपलब्ध हैं जिनमे आप निवेश कर सकते हैं।सिंगल या जॉइंट अकाउंट दोनों मिलकर यह तय कर लें की पैसा आप अपने-अपने अलग अकाउंट में रखना चाहते हैं या फिर एक जॉइंट अकाउंट खोलना चाहते हैं। आप ऐसा भी कर सकते हैं कि थोड़ा पैसा जॉइंट अकाउंट में रख सकते हैं बाक़ी अपने-अपने पर्सनल अकाउंट में रहने दें।तो, अगर आपकी भी हाल ही में शादी हुई है तो आप भी इस तरह से फाइनेंसियल प्लानिंग कर सकते हैं।
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