एक्सपर्ट का कहना, आयुर्वेदिक दवा और पेनकिलर्स से होती है किडनी खराब
बीते कुछ सालों से किडनी की बीमारी के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही मौतों की वजह में यह बीमारी छठवें नंबर पर ।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बीते कुछ सालों से किडनी की बीमारी के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही मौतों की वजह में यह बीमारी छठवें नंबर पर । हमारी लाइफस्टाइल इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। इसके अलावा लोगों में जागरूकता की कमी भी है। मार्च का दूसरा गुरुवार खासतौर पर किडनी के लिए अवेयरनेस बढ़ाने को समर्पित किया गया है। इस साल 11 मार्च को वर्ल्ड किडनी डे मनाया जा रहा है। जानते हैं कुछ ऐसी गलतियां जो हमारी किडनी पर भारी पड़ सकती हैं।
पेन किलर और ऐंटी एसिड दवाओं के नुकसान
कई लोगों को आदत होती है, वे जरा से दर्द में पेन किलर्स खाने लगते हैं। जबकि सीनियर किडनी ट्रांसप्लांट एंड डायलिसिस स्पेशलिस्ट डॉक्टर राजेश अग्रवाल का कहना है, पेन किलर्स, आयुर्वेदिक दवाएं और ऐंटी- एसिड दवाएं किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अगर आपको पथरी या स्टोन की समस्या है तो पता चलते ही इसका इलाज करवा लें, इससे भी किडनी खराब हो सकती है।
जानें किडनी की बीमारी के लक्षण
किडनी की बीमारी को समय रहते पहचान लिया जाए तो पूरी तरह ठीक होने की चांसेज रहते हैं। इसके कुछ शुरुआती लक्षण हैं- पेशाब कम आना, पेशाब में खून आना, झाग आना वगैरह वहीं कम उम्र में ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो किडनी की जांच करवानी जरूरी हैं। लेट सिम्पटम्स में चेहरे और पैरों पर सूजन, भूख कम होना, उल्टी होना, सांस फूलना, भूख ना लगना, वीकनेस, खुजली होना, हीमोग्लोबिन का कम होना जैसे लक्षण दिखते हैं।
क्या हैं किडनी की बीमारी की मुख्य वजहें
डाक्टर राजेश के मुताबिक, डायबीटीज और ब्लड प्रेशर की वजह से 60 से 70 परसेंट किडनी खराब होती हैं। परिवार में अगर किसी को किडनी से जुड़ी बीमारी हो तो भी अलर्ट रहने की जरूरत है।
टेस्ट और उनके खर्च
डॉक्टर राजेश ने बताया कि किडनी की स्क्रीनिंक के टेस्ट बहुत सस्ते हैं। 100-150 रुपये के टेस्ट से गुर्दे की बीमारी का पता लगाया जा सकता है। 3 साधारण टेस्ट हैं जो आसानी से हो जाते हैं। यूरिन एग्जामिनेशन, ब्लड प्रेशर टेस्ट, सीरम क्रिएटिनिन टेस्ट से बीमारी जल्दी पकड़ में आ सकती है।