Bathua का अधिक सेवन इन लोगों लिए है नुकसान

Update: 2024-08-13 10:09 GMT

हेल्थ टिप्स Health Tips: सर्दियों में ज्यादातर लोग साग खाना पसंद करते हैं। इस मौसम में कई तरह के साग जैसे सरसों,पालक, बथुआ बाजार में देखने को मिलते हैं। आपने भी बथुआ के पराठे से लेकर रायता तक कई बार खाया होगा। बथुआ के साग में फाइबर,आयरन,पोटैशियम जैसे कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। बावजूद इसके सेहत को फायदा पहुंचाने वाले बथुआ का सेवन अगर ज्यादा मात्रा में कर लिया जाए तो यह फायदे की जगह आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। जी हां, बथुआ प्लांट में Oxalic एसिड अधिक होता है। यह एसिड शरीर में अगर अधिक मात्रा में पहुंचा जाए तो यह कैल्शियम की मात्रा को कम कर देता है। आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा बथुआ खाने से सेहत को होते हैं क्या नुकसान और किन लोगों को नहीं करना चाहिए बथुआ का अधिक सेवन।

किन लोगों को नहीं करना चाहिए बथुआ का अधिक सेवन-
कमजोर पाचन-
जिन लोगों का पाचन तंत्र बेहद कमजोर है, उन्हें बथुआ का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। बथुआ के अधिक सेवन से पेट संबंधित समस्याएं शुरू हो सकती हैं।दरअसल, बथुआ में मौजूद फाइबर की अधिकता कई बार व्यक्ति के लिए डायरिया का कारण बन जाती है। हालांकि सीमित मात्रा में इसका सेवन करने पर इसमें मौजूद फाइबर व्यक्ति को कब्ज, आयरन की कमी से छुटकारा दिलाने के साथ पेट भी साफ रखता है। लेकिन अगर आप पहले से ही दस्त की समस्या से जूझ रहे हैं तो इन हरी पत्तियों के सेवन करने से बचें।
कैल्शियम की कमी-
अगर आपके शरीर में पहले से ही कैल्शियम की कमी है तो बथुआ का सेवन करने से बचें। जरूरत से ज्यादा बथुआ का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का लेवल भी कम होने लगता है। दरअसस, ऐसा इसलिए क्योंकि इस साग में ऑक्सीलिक एसिड मौजूद होता है,जो शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकता है।
स्किन एलर्जी-
skin allergies से जूझ रहे लोगों को भी बथुआ का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अधिक सेवन से एलर्जी की शिकायत बढ़ सकती है। जरूरत से ज्यादा बथुआ का सेवन ऐसे लोगों के लिए स्किन रैशेज, खुजली,दाने जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।
प्रजनन क्षमता पर असर-
अधिक मात्रा में बथुआ का साग खाने से प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ सकता है। दरअसल,बथुआ साग में प्रजनन विरोधी गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहे हैं। तो उस स्थिति में बथुआ के साग का सेवन सीमित कर दें।
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