ठंड के मौसम में खाये मूली के पराठे, इन बीमारियों से रहे दूर
हम सभी के घर में अक्सर कुछ चीजों को देखते ही हमारा मन खुश हो जाता है
हम सभी के घर में अक्सर कुछ चीजों को देखते ही हमारा मन खुश हो जाता है तो कुछ को देखकर ही मुंह बनाने लगते हैं। अमूमन आपके साथ भी ऐसा होता होगा। ऐसी ही एक सब्जी है मूली, जिसके पराठे आपने जरूर खाएं होंगे। लेकिन शायद ही आप इसे खाना या देखना भी पसंद करते होंगे। इसके पीछे का कारण इसका तीखा स्वाद या इसके खाने के बाद होने वाली कई दिक्कत हो सकती है।
लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जो मूली के सेवन के सही - सही लाभ जानते हैं। यही नहीं यूरोपीय देशों में तो मूली से बनी कई डिशेज भी हैं जिनका सेवन लोग काफी पसंद करते हैं। वही विशेषज्ञ भी मूली और उसके परिवार से आने वाली सब्जियों के सेवन की सलाह देते हैं। अब तक मूली की खासियतों को जानने के लिए कई रिसर्च हो चुकी हैं जिनसे पता चला है कि मूली के सेवन से कई खतरनाक बीमारियों जैसे डायबिटीज, कैंसर, हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसी ही बीमारियों के बारे में जो मूली की वजह नहीं होती।
एंटी कैंसर गुणआज कैंसर जैसी बीमारी लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेती जा रही है। ऐसे में महज मूली के सेवन से खुद को कैंसर से बचाकर रखा जा सकता है। आपको बता दें कि मूली के अंदर फाइटोकेमिकल्स और एंथोसायनिन होते हैं जिनमें एंटी - कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं। इसके अलावा मूली में विटामिन सी भी पाई जाती है, जो एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट गुण के तौर पर काम करता है।
यह फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान को रोकता है और कैंसर से बचाकर रखता है। प्लांट्स फूड्स फॉर ह्यूमन न्यूट्रिशन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में दावा किया गया है कि मूली के हर हिस्से में जैसे इसके पत्तों में, जड़ों में, तनों में बायोएक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं जो कैंसर, सूजन जैसी बीमारियों पर किसी दवा की तरह काम करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
मूली को हाई ब्लड प्रेशर में भी काफी फायदेमंद माना जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक मूली के अंदर पोटेशियम मौजूद होता है जो सोडियम को संतुलित करने का काम करता है। आपको बता दें कि सोडियम की मात्रा अधिक होने की वजह से ब्लड वैसल्स पर अधिक दबाव पड़ता है और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। ऐसे में जब आप मूली का सेवन करते हैं तो यह संतुलित होने लगता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा न्यूट्रिशन रिसर्च एंड प्रैक्टिस में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि मूली के पत्तों में ऐसे गुण मौजूद हैं जो हाई बीपी की समस्या से राहत दिला सकते हैं।
वजन घटाने में
मूली एक नॉन स्टार्च सब्जी है जिसमें कार्ब्स की मात्रा बेहद कम होती है। ऐसे में आप अगर वजन को लेकर चिंतित हैं, तो मूली का सेवन आप कर सकते हैं। अमेरिका में एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायबिटिक द्वारा साल 2016 में की गई रिसर्च जिसका नाम Adult Intake of Minimally Processed Fruits and Vegetables था। इस रिसर्च में करीब 1,197 ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जो नॉन स्टार्च वेजिटेबल का सेवन करते थे। इन लोगों में बॉडी फैट बेहद कम पाया गया, साथ ही इनके शरीर में इंसुलिन का स्तर भी कम था जो शरीर में फैट बढ़ाने वाला एक हार्मोन है। इसके अलावा मूली में फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। जिसकी वजह से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और भूख को कम करती है। इसकी वजह से साधारण तरीके से वजन घट सकता है।
एंटी - डायबिटीज
जॉर्डन युनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने हाल ही में एक रिसर्च की है जिसमें मूली के गुणों के बारे में बताया गया है। इस रिसर्च के मुताबिक मूली ग्लूकोज हेमोस्टेसिस को प्रभावित करने वाले कुछ हार्मोन को प्रभावित करके अपनी एंटीडायबिटिक गतिविधि को बढ़ा सकती है, क्योंकि मूली का इथेनॉल अर्क एडिपोनेक्टिन के उत्पादन को बढ़ाता है - यह एक पेप्टाइड हार्मोन है जो ग्लूकोज और फैटी एसिड के व्यवस्थित करके नियंत्रित करता है। आपको बता दें कि मूली के इन गुणों के जरिए इंटेस्टाइन ग्लूकोज को कम अवशोषित करता है, जिसकी वजह से डायबिटीज को मैनेज करना आसान हो जाता है।
किस तरह करें मूली का सेवन
अगर आप मूली का सेवन करना चाहते हैं तो खुद को केवल सलाद तक ही सीमित ना रखें। बल्कि इसके जरिए आप कई सब्जियां या व्यंजन तैयार कर सकते हैं। यूरोपीय देशों में ऐसी कई डिश हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं. इसके अलावा भारत में मूली के पराठे और मूली की भुर्जी का भी स्वाद ले सकते हैं। अब सोचिए मत मूली का सेवन आज से ही शुरू कर दें।