पजेसिव नेचर के चलते बढ़ सकती हैं पार्टनर से दूरियां, तो इस बातो का रखे ख्याल
कोई भी रिश्ता निभाने के लिए पार्टनर्स के बीच प्यार के साथ एक दूसरे के काम और स्पेस का ख्याल रखना भी जरूरी है,
कोई भी रिश्ता निभाने के लिए पार्टनर्स के बीच प्यार के साथ एक दूसरे के काम और स्पेस का ख्याल रखना भी जरूरी है, लेकिन कई लोग अपने पार्टनर और उस रिश्ते के प्रति ओवर पजेसिव हो जाते हैं. जिसके बाद उनके बीच मुश्किलें खड़ी होनी शुरू हो जाती हैं. पार्टनर का अपने दूसरे पार्टनर के लिए ओवर पजेसिव होना रिलेशनशिप के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. व्यक्ति ओवर पजेसिव होकर अपने साथी के साथ अलग बर्ताव करने लगता है जैसे हर बात पर टोकना, शक करना और हजारों सवाल पूछना. व्यक्ति की इनसिक्योरिटी पिछला कोई बुरा अनुभव या कोई अन्य कारण ऐसे बर्ताव की वजह हो सकती हैं, लेकिन ओवर पजेसिव होना किसी भी रिश्ते के लिए ठीक नहीं होता है. आइए जानते हैं ओवर पजेसिव होने के संकेत और बचाव के उपाय.
ओवर पजेसिव होने के संकेत :
–स्टाइल क्रेज के अनुसार पार्टनर को दूसरे लोगों से अलग कर देना ओवर पजेसिव होने का संकेत है. ऐसा करने से उन्हे महसूस हो सकता है कि वह अपने परिवार, दोस्तों या दूसरे लोगों को समय नहीं दे पा रहें हैं, क्योंकि उनका पार्टनर वो सारा समय अपने साथ बिताने के लिए मजबूर कर रहा है.
– आप इनसिक्योर महसूस करते हैं और आपको अपने पार्टनर को किसी के साथ देखकर जलन होती है या आप उसको किसी के साथ नहीं देखना चाहते हैं.
– आप अपने साथी की हर चीज जैसे उनकी पसंद उनके रहने का तरीका या उनके पैसे का खर्च सब
पर कंट्रोल लेना चाहते हैं तो समझ जाइए आप उन्हे लेकर ओवर पजेसिव हो रहें है.
बचाव के उपाय :
– पार्टनर्स का एक साथ समय बिताना बेहद जरूरी है लेकिन लाइफ में अपने शौक, अपनी नौकरी और अपना सामाजिक जीवन भी होना बेहद जरूरी है. ऐसे में सारा समय सिर्फ एक इंसान को देने से बचें और याद रखें किसी भी रिश्ते में आप और आपकी प्राथमिकताएं सबसे जरूरी हैं.
– इनसिक्योर होने से बचें, इनसिक्योरिटी ईर्ष्या और जलन को जन्म देती है. ईर्ष्या और जलन न केवल एक रिश्ते को मार देती है बल्कि आपको अपने दैनिक जीवन में घृणा और कड़वाहट का एहसास भी कराती है. इसलिए आपको इससे बचना चाहिए.