लाइफस्टाइल: गलत खान-पान और खराब जीवनशैली के कारण एसिडिटी और गैस की समस्या आम है। हाइपरएसिडिटी तब होती है जब पेट में अतिरिक्त एसिड पैदा होता है। आयुर्वेद में इसे अमलपित्त के नाम से भी जाना जाता है। हाइपर एसिडिटी की समस्या के कारण सीने में जलन, अपच, गैस, खट्टी डकारें और पेट में भारीपन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इससे राहत पाने के लिए लोग अक्सर दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। राहत पाने के लिए 6 योगासन बताने जा रहे हैं-
वज्रासन
पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए व्रजासन का अभ्यास फायदेमंद माना जाता है। यह आसन पेट और आंत में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे भोजन पचने में मदद मिलती है। इसके नियमित अभ्यास से हाइपरएसिडिटी, गैस और कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है।
बालासन
बालासन को चाइल्ड पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह पेट के आंतरिक अंगों को खींचने में मदद करता है, जिससे वे मजबूत बनते हैं। बालासन के नियमित अभ्यास से थकान और तनाव दूर होता है और हाइपरएसिडिटी से भी राहत मिलती है।