हमारी मुलाकात कई बार कुछ ऐसे लोगों से होती है, जिनके पास सबकुछ है. पैसा-गाड़ी-बंगला-घर और हर वो आराम की चीज, जिसका शायद हम महज ख्वाब देखते हैं, मगर फिर भी वो खुश नहीं है. क्यों, आखिर ऐसा क्यों हैं? क्या साब कुछ होना भी कुछ नहीं के बराबर है!... इसका सीधा जवाब है हां. दरअसल कई लोगों के पास ऐशो आराम की हर चीज मौजूद है, लेकिन उनके पास शांती नहीं है. वे लोग अक्सर उधेड़बुन की गिरफ्त में रहते हैं, खुद के लिए उनके पास वक्त का एक तिनका भर भी नहीं है. वे लोग इस भीड़-भाड़ के बीच बिल्कुल अकेले हैं, उनके पास स्वयं का साथ भी नहीं है, ऐसे में आखिर क्या किया जाए, कैसे खुद को हमेशा खुश रखा जाए. आइये आज इस सवाल का जवाब तलाशें...
याद रखें बस एक तरकीब, शायद आपके पूरे जीवन को तबदील कर सकती है. ये तरकीब है ध्यान की. आज यानि 21 मई को हर साल विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन पूरी दुनिया में लोगों को ध्यान करने की कला के फायदों से रूबरू कराया जाता है. साथ ही बताया जाता है कि किस तरह दैनिक ध्यान आपको भीतर से शांत, शारीरक तौर पर मतबूत और मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है. ये बात मेडिकल प्रूवन है कि ध्यान करना न सिर्फ आपको
मानसिक और शारीरिक तौर पर सकारात्मक परिणाम देता है, बल्कि इससे कई रोगों का इलाज भी संभव है. ऐसे में आइये जानते हैं दैनिक रूप से मेडिटेशन करने के कमाल के फायदे.
डिप्रेशन से लड़ने में मददगार है मेडिटेशन
वे लोग जो किसी भी वजह से गंभीर डिप्रेशन के शिकार हैं, जिनपर दवाओं का कोई खासा असर नहीं हो रहा है. उनके लिए ध्यान यानि मेडिटेशन करना संजीवनी है. अगर ऐसे लोग दैनिक पांच मिनट मेडिटेशन करें और योग का सहारा लें, तो उन्हें काफी राहत मिल सकती है. शायद कुछ दिनों में वे डिप्रेशन से बाहर भी आ जाएं.
मोटापा दूर करता है मेडिटेशन
मेडिटेशन, कोर्टिसोल और सी-रिएक्टिव प्रोटीन में काफी हद तक कमी लाता है, जो हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद है. साथ ही ये हमारे वजन घटाने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में काफी मददगार भी है.
शुगर को जड़ से खत्म करने की दवा है मेडिटेशन
मेडिटेशन के अनगिनत फायदों में से एक है डायबिटीज का खात्मा. दरअसल टाइप 2 डायबिटीज में मेडिटेशन, योगा और क्वी गोंग टेक्निक का इस्तेमाल करने से एचबीए1सी लेवल यानी ब्लड ग्लूकोज लेवल 0.8 प्रतिशत तक कम हो सकता है. याद रहे डायबिटीज में तनाव का होना बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है. ज्यादा तनाव होने पर दवा का असर भी खत्म हो जाता है. ऐसे में डेली मेडिटेशन प्रैक्टिस करने पर आप काफी हद तक खुद को स्वस्थ रख सकते हैं.