बच्चों की परवरिश को न करें नजरअंदाज,पड़ सकता है भारी

हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों की परवरिश अच्छी तरह से हो पाए, इसके लिए माता-पिता कोई भी कीमत देने को तैयार रहते हैं.

Update: 2022-08-12 15:10 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |Parenting Tips : हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों की परवरिश अच्छी तरह से हो पाए, इसके लिए माता-पिता कोई भी कीमत देने को तैयार रहते हैं. इस बात से तो कोई भी अंजान नहीं कि प्राइवेट स्कूलों की फीस कितनी मंहगी होती है, माता पिता फिर भी अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाने का सोचते हैं क्योंकि वो चाहते है कि उनके बच्चों की परवरिश में कोई भी कमी न रह जाए. आज हम आपको बताने वाले हैं कि किन बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए ताकि आपके बच्चों की परवरिश में कोई कमी न रह जाए.

बच्चे से प्यार से करें बात - आपने हमेशा इस बात को सुना होगा कि बच्चें जो कुछ भी देखते है उसे बहुत जल्दी सीख लेते हैं. इसीलिए प्रयास करें कि आप बच्चे से हमेशा प्यार से बात करें. ऐसा अगर वो देखेगा तो काफी Chances है कि उसे बड़े होने पर बहुत कम Anger Issues होगें.

बच्चे की हर जिद पूरी न करें - काफी बार ऐसा देखा गया है कि माता- पिता दुलार के कारण अपने बच्चे की हर फरमाइश को पूरा करते हैं. लेकिन पेरेंट्स को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि अगर बच्चों की सभी मांगे तुरंत पूरी कर दी गईं तो वो चीजों की वैल्यू को कभी नहीं समझेगें और मेहनत करना उनके स्वभाव का हिस्सा नहीं बन पाएगा.

बच्चे से प्यार से करें बात - आपने हमेशा इस बात को सुना होगा कि बच्चें जो कुछ भी देखते है उसे बहुत जल्दी सीख लेते हैं. इसीलिए प्रयास करें कि आप बच्चे से हमेशा प्यार से बात करें. ऐसा अगर वो देखेगा तो काफी Chances है कि उसे बड़े होने पर बहुत कम Anger Issues होगें.

बच्चे की हर जिद पूरी न करें - काफी बार ऐसा देखा गया है कि माता- पिता दुलार के कारण अपने बच्चे की हर फरमाइश को पूरा करते हैं. लेकिन पेरेंट्स को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि अगर बच्चों की सभी मांगे तुरंत पूरी कर दी गईं तो वो चीजों की वैल्यू को कभी नहीं समझेगें और मेहनत करना उनके स्वभाव का हिस्सा नहीं बन पाएगा.

कभी न करें तुलना - माता- पिता अक्सर कर के अपने बच्चे की तुलना किसी न किसी से जाने अनजाने में कर ही बैठते हैं. लेकिन इसका बच्चे के दिमाग पर बहुत गलत असर पड़ता है, उसका Self Confidence गिर जाता है और मन Self Doubt से भर जाता है. आप हमेशा अपने बच्चे की उसकी छोटी चाहे बड़ी हर कामयाबी के लिए सराहना करें. ऐसा करने से बच्चे में Positive Attitude Develop होता है.काफी बार ऐसा देखा गया है कि माता- पिता दुलार के कारण अपने बच्चे की हर फरमाइश को पूरा करते हैं. लेकिन पेरेंट्स को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि अगर बच्चों की सभी मांगे तुरंत पूरी कर दी गईं तो वो चीजों की वैल्यू को कभी नहीं समझेगें और मेहनत करना उनके स्वभाव का हिस्सा नहीं बन पाएगा.



Tags:    

Similar News