Lifetyle. लाइफस्टाइल: बिना डाइटिंग एक्सरसाइज के ही अगर आपका वजन तेजी से कम होने लगे रातों की नींद उड़ जाए मूड खराब रहे बार-बार इन्फेक्शन का शिकार हो रहे हों और सांस फूलने की भी दिक्कत हो रही हो। इनमें से किसी भी लक्षण को लंबे समय तक इग्नोर करने की गलती सेहत पर पड़ सकती है बहुत भारी। तुरंत डाॉक्टर से संपर्क कर कारणों का पता लगाएं। लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। शरीर में किसी भी तरह की समस्या होने पर हमारा शरीर कई तरीकों से हमें चेतावनी देता रहता है और हम या तो इन्हें लापरवाही में या फिर छोटी-मोटी प्रॉब्लम समझकर इग्नोर करते रहते हैं। जो आगे चलकर गंभीर रूप ले लेती है। फिर इनके उपचार में और इन्हें ठीक होने में लंबा वक्त लग जाता है। बेवजह वेटलॉस होना, सांस फूलना, बार-बार इन्फेक्शन होना ये सभी ऐसी समस्याएं हैं, जिसे अनदेखा करने की न करें गलती। अगर आप वजन कम करने के लिए कोई एफर्ट नहीं कर रहे हैं, लेकिन फिर भी आपका वेटलॉस तेजी से हो रहा है, तो ये डायबिटीज, थायरॉयड डिसऑर्डर या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का भी लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा स्ट्रेस डिसऑर्डर, एनोरेक्सिया, बुलिमिया और कई बिहेवियर संबंधी समस्याओं के चलते भी वजन गिरने लगता है। ऐसा होने पर बिना देर किए तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। जिससे वो इसके कारणों का पता लगाकर समय रहते उसका इलाज शुरू कर सकें। सांस लेने में परेशानी या हल्के-फुल्के काम करने से ही सांस फूलने लगे, तो ये भी एक सीरियस प्रॉब्लम की ओर इशारा हो सकता है। किसी खास मौसम में ऐसी समस्या होना अस्थमा हो सकता है। इसी तरह पॉल्यूशन या कबूतरों की बीट और कुछ फंगल इन्फेक्शन के चलते भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। हार्ट अटैक या हार्ट फेल होना, वॉल्व डिसऑर्डर से कई बार कार्डियक अस्थमा जैसी समस्या का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सिंपल एक्स-रे से सांस से जुड़ी समस्याओं का पता लग जाता है। बार-बार इन्फेक्शन होना, घाव का जल्दी न भरना, गले में दर्द व खांसी के साथ वजन गिरने जैसी समस्याएं अगर अकसर आपको परेशान करती हैं, तो ये कमजोर इम्युनिटी की ओर इशारा करती हैं। शरीर में न्यूट्रिशन की कमी और एनीमिया की वजह से इम्युनिटी कमजोर हो सकती है। इसके अलावा एचआईवी भी इसकी एक प्रमुख वजह है। ऐसे में बिना लापरवाही किए तुरंत उपचार करवाएं। रात को ठीक से नींद न आना भी गंभीर समस्या का लक्षण हो सकता है। नॉर्मल से कम नींद लेने से सिर्फ मूड ही चिड़चिड़ा नहीं होता, बल्कि इससे हार्ट प्रॉब्लम्स का भी खतरा बढ़ जाता है और स्किन भी डल नजर आने लगती है। अगर नींद न आने की वजह स्ट्रेस है, तो उसे मैनेज करने के उपायों पर ध्यान दें। एक्सपर्ट से मिलें वरना ये डिप्रेशन का भी कारण बन सकता है।