पीरियड्स होने पर न करें ये काम, हो सकती है परेशानी

पीरियड्स होने पर न करें ये काम

Update: 2023-06-23 08:20 GMT
पीरियड्स होने पर हर छोटी- बड़ी बात पर ध्यान देना चाहिए। हाइजीन से लेकर डाइट तक, हर एक चीज जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि पीरियड्स के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं। वरना, अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इस विषय पर हमने डॉक्टर अनुपमा गियोत्रा से बात की है। चलिए उन्हीं से जानते हैं पीरियड्स के दौरान क्या नहीं करना चाहिए।
जंक फूड्स न खाएं
पीरियड्स के दौरान खाने की क्रेविंग्स होना आम बात है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप कुछ भी खा लें। पीरियड्स होने पर जंक फूड्स का सेवन बिल्कुल भी न करें। यह दर्द को कम करने के बजाय बढ़ा सकते हैं। इसलिए ऑयली और डीप फ्राइड फूड्स से दूर रहें। जंक फूड में शुगर और चीनी की अधिक मात्रा होती है, जिससे ब्लोटिंग और जैसी समस्या हो सकती है। पेट में सूजन के कारण दर्द बड़ जाता है।
पेनकिलर
क्या आपको भी पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द होता है? ऐसे में आप दवाई का सेवन करती हैं? आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। पेनकिलर से दर्द तो कम हो जाता है, लेकिन हर बार दवाई खाने से आपको परेशानी हो सकती है। दवाई खाने की वजह से कब्ज, उलटी और थकावट महसूस हो सकती है। इसकी वजह से पीरियड्स में आप और परेशानी हो जाएंगी।
मील स्किप न करें
पीरियड्स में दर्द के कारण भूख का पता नहीं चलता है। ऐसे में अक्सर महिलाएं 3 टाइम का मील नहीं खाती है। खासतौर पर ब्रेकफास्ट स्किप कर देती हैं। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। पीरियड्स होने पर शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिससे बॉडी को एनर्जी मिले। इसलिए आपको ब्रेकफास्ट जरूर करना चाहिए। नाश्ते में प्रोटीन और आयरन रिच फूड्स खाएं। आयरन शरीर में खून को बढ़ाने का काम करेगा।
ये भी जानें
पीरियड्स होने पर आपको कम नमक खाना चाहिए। नमक के सेवन से दर्द बढ़ सकता है। इसलिए ऐसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल न करें, जिसमें नमक की अधिक मात्रा पाई जाती है।
क्या आप भी पीरियड्स में एक्सरसाइज नहीं करती हैं? यह एक मिथ है। पीरियड्स में एक्सरसाइज करने से फायदा होता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि हैवी वर्कआउट नहीं करना है। भद्रासन, बालासन और उत्तान शीशोसन, जैसे योग दर्द में राहत पहुंचाने का काम करते हैं।
एक ही पैड का इस्तेमाल लंबे समय तक नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वेजाइना में इंफेक्शन हो सकता है। हर 3-4 घंटे में पैड बदलें। आप पैड के बजाय मेंस्ट्रुअल कप का भी उपयोग कर सकती हैं। इससे इंफेक्शन होने की संभावना कम रहती है।
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