मासिक धर्म की समस्याओं में हरे धनिया का सेवन फायदेमंद, जाने और फायदे

Update: 2024-05-16 05:57 GMT
धनिया तो लगभग सभी घरों में पाया जाता है। कुछ लोग हरा धनिया प्रयोग करते हैं तो कुछ हरा और सूखा दोनों। हरा धनिया का प्रयोग चटनी या सब्जी में डालकर प्रयोग में लाया जाता है धनिया की पत्तियों का शरबत पीने से पेशाब में जलन, प्यास, आंखों में जलन, दस्त और गैस शांत होती है तथा मन प्रसन्न रहता है आइये जानतें है हरा धनिया के और फायदों के बारें में
आंखों के लिए गुणकारी
आंखों के लिए धनिया बड़ा गुणकारी होता है। थोड़ा सा धनिया कूट कर पानी में उबाल कर ठंडा कर के, मोटे कपड़े से छान कर शीशी में भर लें। इसकी दो बूंद आंखों में टपकाने से आंखों में जलन, दर्द तथा पानी गिरना जैसी समस्याएं दूर होती हैं। नियमित रूप से हरे धनिये का प्रयोग अपने खाने में करने से आंखों की रोशनी बढ़ने लगती है। क्योंकि हरे धनिये में विटामिन 'ए' भरपूर मात्रा में होता है जो आंखों के लिए बहुत आवश्यक होता है।
मासिक धर्म में लाभकारी
मासिक धर्म में रक्तस्राव साधारण से ज्यादा होने पर आधा लीटर पानी में 6 ग्राम धनिए के बीच और थोड़ी सी शक्कर डालकर उबाले और थोड़ा सा ठंडा होने पर इस पानी को पी लें, फायदा होगा। इसके साथ ही धनिया महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी सभी समस्याओं को दूर करता है।
डायबिटीज में लाभदायक
धनिये को डायबिटीज का नाश करने वाला भी कहा जाता है। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए तो यह वरदान है। इसके नियमित सेवन से ब्लड में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है।
गैस की परेशानी
अगर आप अधिक गैस से परेशान है तो धनिया के सेवन से ठीक हो सकती है , एक गिलास पानी लें, दो चम्मच धनिया मिलाकर उबालें। छानें, तीन भाग कर, दिन में तीन बार पी लें।
मुंह के घाव
मुंह के घाव को ठीक करने में भी ये काफी कारगर होता है। इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण मुंह के घाव को जल्दी भरने का काम करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
धनिये का इस्तेमाल त्वचा के लिए बहुत ही असरदारक साबित होता है त्वचा संबंधी कई रोगों जैसे पिंपल्स होने की समस्या, ब्लैकहेड्स और सूखी त्वचा में इसके इस्तेमाल से काफी फायदा होता है।
श्वास रोगों को दूर करें
हरा धनिया श्वास संबंधी रोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। खांसी, दमा या सांस फूलता हो तो धनिया तथा मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसकर रख लें। एक चम्मच चावल के पानी के साथ रोगी को पिलाएं। कुछ दिन नियमित रूप से इस उपाय को करने से आराम आने लगेगा।
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