आंवला और मिश्री (आंवला पाउडर मिश्री के साथ), आपको लग रहा होगा कि ये कैसा अजीब कॉम्बिनेशन है? लेकिन, यह सेहत के लिहाज से कई तरह से फायदेमंद है। हां, आयुर्वेद इन दो वात-पित्त-कफ दोषों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है। खासतौर पर जिन लोगों को पित्त दोष की समस्या होती है, उनके लिए इन दोनों चीजों का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है।
पित्त को शांत करने के लिए आंवला और मिश्री का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है। इन दोनों का एक साथ सेवन करने से शरीर में बढ़ा हुआ पित्त कम हो जाता है जिससे शरीर में इससे जुड़े लक्षण कम हो जाते हैं। जैसे जी मिचलाना, उल्टी आना और पैरों में जलन होना।रक्त शुद्धि में आंवला और मिश्री का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है। सबसे पहले यह शरीर में जमा गंदगी को फिल्टर करने का काम करता है। इसके बाद यह इसी मल के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। इससे खून साफ होता है और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
आंवला और मिश्री का सेवन पेट के कीड़ों को मारने में कई तरह से फायदेमंद होता है। सबसे पहले यह आपके पेट में पित्त रस को बढ़ाता है, फिर आंवले के जीवाणुरोधी गुण कीड़ों को मारते हैं और मिश्री पेट के पीएच को ठंडा करती है।वजन घटाने के लिए आंवला और मिश्री का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है। यह फाइबर की तरह काम करता है और पानी को सोखकर मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है। इससे फैट को पचाने में आसानी होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
आंवला और मिश्री का सेवन कैसे करें? आप आंवला और मिश्री कैसे लेते हैं?
आंवला और मिश्री को एक साथ लेने के लिए सबसे पहले आंवले का पाउडर ले लें। इसका एक चम्मच 1 कप पानी में मिलाकर उसमें मिश्री मिलाकर रख लें। 1 घंटे बाद इस पानी को पूरी तरह से मिलाकर सेवन करें।