Comb भी हो सकता सफेद बाल की वजह, जाने कैसे

Update: 2024-08-13 16:33 GMT
हेयर टिप्स Hair Tips: वक्त का पहिया तेजी से घूम रहा है। हर चीज समय से पहले पाने की होड़ में हम सभी शामिल हैं, जिसके चलते हम भी बदल रहे हैं और हमारी चीजें भी। जैसे, युवा उम्र में आपकी काली घनी जुल्फों में सफेदी की दस्तक। यकीनन आइने के सामने खड़े होते ही इन सफेद बालों के कारण आपके चेहरे पर चिंता की लकीरें आ जाती होंगी। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो इसकी फिक्र नहीं, बल्कि इससे निपटने की तैयारी कीजिए।
जानिए
और समझिए कि आखिर ऐसा हो क्यों हो रहा है? खुद से सवाल कीजिए कि क्या आपके बालों की सफेदी को आपने खुद दावत देकर बुलाया है! आपको उनके कारण और निवारण के बारे में जानना होगा। साथ ही आपको उन्हें स्वीकार कर उनके साथ ही खुद को स्टाइल करना भी सीखना होगा, ताकि आपकी खूबसूरती पर सफेदी का टीका न लगने पाए।
कब और क्यों होते हैं बाल सफेद?
एक वक्त था, जब बाल 40 से 50 साल की उम्र में सफेद हुआ करते थे, पर अब बढ़ते प्रदूषण, तनाव, बिगड़ी हुई जीवनशैली और तमाम करणों से हर चीज समय से पहले होने लग गई है। तो, भला बाल इससे अछूते कैसे रह सकते हैं। अब बात आती है कि आखिर बाल सफेद होते क्यों हैं? पहली वजह कुदरती है, व्यक्ति की बढ़ती उम्र। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप शर्मा कहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ जब बालों को काला रंग देने वाले 
Pigment 
मेलेनिन का निर्माण शरीर में कम होने लगता है, तो बाल सफेद होने लगते हैं।
जबकि समय से पहले बालों के सफेद होने का कारण तनाव और बिगड़ी हुई दिनचर्या है, जिसके चलते हमें जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, आयरन, बी-12, जिंक आदि नहीं मिल पाते और समय से पहले ही बाल पक जाते हैं । बालों के जल्दी सफेद होने का एक कारण आनुवंशिक यानी जेनेटिक भी हो सकता है। अगर आपके घर में आपके माता-पिता या किसी और के बाल जल्दी सफेद हुए हैं तो संभव है कि आपके बाल भी जल्दी सफेद हो जाएं। अवसाद, मलेरिया की दवाएं और कुछ खास एंटीबायोटिक लंबे समय तक लेने से भी बाल सफेद हो सकते हैं।
सुनी-सुनाई बातों पर ना करें विश्वास
समय से पहले बाल सफेद होने लगें या उम्र के हिसाब से। इन्हें काला बनाए रखने के लिए कई तरह से कोशिशें की जाती हैं। इसमें ऐसी कोशिशें भी शामिल होती हैं, जो बस सुनी-सुनाई सलाहों पर आधारित होती हैं। ऐसी भ्रांतियों में फंसकर हम सही समय पर सही उपाय करने से चूक जाते हैं। इसीलिए बालों से जुड़े किन मिथकों से रहें दूर, आइए जानें:
मिथक : सफेद बाल तोड़ने से वे बढ़ेंगे
सफेद बालर्! चिंता में आप क्या करती हैं? तोड़ दिया। ये क्या किया, अब दूसरे बालों में
उसका
पानी लग जाएगा। नतीजा, तेजी से बढ़ते सफेद बाल। आप भी इस सोच को मानने वाली जमात में शामिल हैं? जानकारों की मानें तो यह सोच एक भ्रांति मात्र है।
मिथक : कलर से बाल सफेद होते हैं
एक आम धारणा है कि एक बार कलर लगाया तो बार-बार लगाना पड़ेगा और बाल सफेद होने लग जाएंगे। पर, यह धारणा गलत है। हेयर एक्सपर्ट बीनू धानीवाल कहती हैं कि बाल जड़ों से सफेद होते हैं। जब हम कलर लगाते हैं तो वह त्वचा पर लगता है, न कि बालों की जड़ों पर। हमारे रोमछिद्र इतने छोटे होते हैं कि उनसे अंदर कुछ भी नहीं जाता। यह संभव है कि अधिक केमिकल के इस्तेमाल से बाल बेजान और रुखे हो जाएं, पर उसका सफेद बालों से कोई भी लेना-देना नहीं है। हां, यहां यह बात अलग है कि अमोनिया वाले हेयर कलर आपके बालों की तीन परतों में से पहली परत यानी क्यूटिकल को हटाकर दूसरी लेयर पर रंग चढ़ाने में मदद करते हैं। जिसके चलते नया चढ़ाया गया रंग बालों से हटने पर बाल हल्के रंग के नजर आते हैं, जिससे भ्रम होता है कि सफेद बाल बढ़ रहे हैं।
मिथक :कंघा कर सकता है बाल सफेद
जिनके बाल सफेद हैं उनका कंघा भूल कर भी इस्तेमाल मत करना, बाल सफेद हो जाएंगे। अकसर ये सलाह दी जाती है। अगर आप भी ऐसा सोचती हैं, तो अभी तक आप एक भ्रांति को सच माने बैठी थीं। बीनू धानीवाल की मानें तो यह समझना होगा कि यह कोई बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन की बात नहीं है। किसी और की कंघी इस्तेमाल करने से आपको रूसी हो सकती है, पर यह बाल सफेद नहीं करता। क्योंकि बाल अंदर से यानी जड़ों से सफेद होते हैं। हालांकि यह सच है कि सिर्फ अपना कंघा इस्तेमाल करना आपको सिर की त्वचा के किसी भी बाहरी इंफेक्शन से बचाएगा।
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