सर्दियों में ठंड लगने से शरीर में हो सकता है दर्द, जानिए इसके निजात
देशभर में शीतलहर का प्रकोप है. भारी ठंड ने लोगों को घरों में छिपे रहने के लिए मजबूर कर दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खराब इम्यूनिटी भी लोगों को ज्यादा ठंड लगने का कारण हो सकती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| देशभर में शीतलहर का प्रकोप है. भारी ठंड ने लोगों को घरों में छिपे रहने के लिए मजबूर कर दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खराब इम्यूनिटी भी लोगों को ज्यादा ठंड लगने का कारण हो सकती है. हालांकि इसके पीछे हमारी खराब लाइफस्टाइल और पौष्टिक आहार का न मिल पाना भी शामिल हो सकता है. जिसके चलते हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है.
एक्पर्ट का मानना है कि कमजोर इम्यूनिटी के चलते हमारे शरीर में ठंड को सहन करने की क्षमता कम हो जाती है जिसके चलते हमें ठंड में जुकाम या खांसी लगती है. इस दौरान हमारे शरीर में दर्द की समस्या, बार-बार छींक आना जैसी जमस्या रहने लगती है. यह ठंड लगने के कारण होती है. इतना ही नहीं, इससे सिर में दर्द की समस्या और साइनस जैसी बीमारी भी होने का खतरा बना रहता है.
ठंड लगने से आपको गले में दर्द की समस्या हो सकती है जिससे बचाव के लिए आप गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं. पानी में थोड़ा नमक जरूर डाल लें जो कि गले के दर्द, खराश और खांसी को कम कर सकता है. इसके अलावा ठंड में बाहर निकलने पर आपको सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है. इसके लिए आप गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करें.
सर्दी लगने से आपके चेस्ट में दर्द होना भी एक प्रमुख वजह हो सकता. इससे बचाव के लिए आप स्टीम का सहारा ले सकते हैं. जिससे रक्तचाप ठीक हो जाती है. इसके अलावा सर्दी लगने से आपके जोड़ों में दर्द की समस्या बन सकती है. जिससे बचाव के लिए आप गर्म तेल की मालिश करें और लहसुन का सेवन करें.
ठंड लगने से आपको गले में दर्द की समस्या हो सकती है जिससे बचाव के लिए आप गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं. पानी में थोड़ा नमक जरूर डाल लें जो कि गले के दर्द, खराश और खांसी को कम कर सकता है. इसके अलावा ठंड में बाहर निकलने पर आपको सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है. इसके लिए आप गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करें.
सर्दी लगने से आपके चेस्ट में दर्द होना भी एक प्रमुख वजह हो सकता. इससे बचाव के लिए आप स्टीम का सहारा ले सकते हैं. जिससे रक्तचाप ठीक हो जाती है. इसके अलावा सर्दी लगने से आपके जोड़ों में दर्द की समस्या बन सकती है. जिससे बचाव के लिए आप गर्म तेल की मालिश करें और लहसुन का सेवन करें.