मोटापा घटाने से लेकर सिरदर्द के लिए फायदेमंद है दालचीनी
दालचीनी एक आयुर्वेदिक औषधि है। दालचीनी की छाल को औषधि और मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है
दालचीनी एक आयुर्वेदिक औषधि है। दालचीनी की छाल को औषधि और मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी छाल थोड़ी मोटी, चिकनी तथा हल्के भूरे रंग की होती है। दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करने की क्षमता रखती है। यह रक्तशोधक भी है। एक कप या आधा गिलास गर्म पानी के साथ अगर इसे रोज़ाना रात को सोते समय और सुबह खाली पेट लिया जाए तो इससे बहुत सारे फायदे होते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ अबरार मुल्तानी ने दालचीनी के अद्भुत फायदे बताए हैं। आइए जानते हैं-
गले की खराश
हल्के गर्म पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर तथा एक चुटकी पिसी काली मिर्च शहद में मिलाकर पीने से जुकाम तथा गले की खराश दूर होती है।
सिर दर्द
दालचीनी के पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर माथे पर लगाने से ठंडी हवा से होने वाले सिर दर्द में आराम मिलता है।
जोड़ों का दर्द
गर्म पानी के साथ दालचीनी का पाउडर लेने से जोड़ो का दर्द ठीक होता है।
पिंपल्स
रक्तशोधक अर्थात ब्लड प्यूरिफिकेशन करने के कारण यह त्वचा के रोगों में बहुत फायदेमंद है। विशेषकर पिम्पल्स में।
पेट की तकलीफ
अपच, खट्टी डकारें, एसिडिटी और गैस जैसी पेट की समस्या होने पर दालचीनी का प्रयोग करने से आराम मिलता है।
मोटापा
दालचीनी मेटाबोलिज्म को बढ़ाती है इसलिए जो मोटापे से परेशान हैं वो दालचीनी का इस्तेमाल खाने में करें।
कोलेस्ट्रॉल
दालचीनी कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और ब्लॉकेज को हटाती है इसलिए दिल के मरीजों के लिए लाभदायक है और आम लोगों को दिल की बीमारियों से बचाती है।
कैंसर जैसे घातक रोगों में भी फायदेमंद
शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन करती है इसलिए कैंसर जैसे घातक रोग से बचाने के लिए भी दालचीनी फायदेमंद है।
कान के इंफेक्शन
रात को सोते समय यह पानी पीने से कानों की समस्या जैसे कम सुनाई देना, कानों में आवाज़ आना, कानों में बार बार इंफेक्शन होना में फायदा होता है।