तला-भुना भोजन
अस्थमा के रोगियों को तला-भुना भोजन से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। तला हुआ भोजन खाने से परेशानी बढ़ सकती है। इसके अलावा ऐसे रोगियों को नमक का भी सेवन कम ही करना चाहिए।
डेयरी प्रोडक्ट
अस्थमा के मरीजों को डेयरी प्रोडक्ट से भी दूरी बनाने की सलाह दी जाती है। डेयरी प्रोडक्ट जैसे : दूध, घी, दही और आइस्क्रीम आदि खाने से फेफड़ों में बलगाम बढ़ जाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। इसके अलावा चावल के सेवन से भी बचना चाहिए।
एलर्जिक आइटम
कई रिसर्च के अनुसार अस्थमा के रोगियों को अंडा, मूंगफली, सोया, मछली और ट्री नट्स का सेवन भी न के बराबर ही करना चाहिए। इन चीजों के सेवन से रोगी के शरीर में एलर्जिक रिऐक्शन हो सकता है। एलर्जिक रिऐक्शन में अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
फूड प्रिजरवेटिव्ज
अस्थमा से ग्रस्त रोगियों को फूड प्रिजरवेटिव्ज से भी एलर्जिक रिएक्शन होने का खतरा रहता है। प्रिजरवेटिव्ज में डाले जाने वाले पदार्थ जैसे : सोडियम बाइसल्फाइट, पोटेशियम बाइसल्फाइट, सोडियम मेटाबाइसल्फाइट, पोटेशियम मेटाबाइसल्फाइट, सोडियम सल्फाइट अस्थमा रोगियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
ये बातें भी ध्यान रखें
अस्थमा रोगी को अपने पास इन्हेलर रखना चाहिए। किसी भी इमरजेंसी में वह इसका इस्तेमाल कर सकता है।
प्रदूषण और धुएं से बचने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही मुंह पर मास्क लगाकर ही बाहर निकलें।
धूम्रपान कर रहे लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखें। इनके स्मोक करते हुए पास आने पर परेशानी हो सकती है।
ज्यादा खुशबू वाली चीजें जैसे डियोड्रेंट या परफ्यूम आदि से भी दूरी बनाकर रखें।