प्यार में पड़ने से लगता है डर? कहीं आप फिलोफोबिया के शिकार तो नहीं,जानिए

Update: 2023-06-27 08:02 GMT
दुनिया में हर व्यक्ति को किसी ना किसी चीज़ से डर लगता है.किसी को उंचाई तो किसी को पानी से...यहां तक की कुछ लोगों को कॉकरोच से भी डर लगता है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को प्यार में पड़ने से भी डर लगता है.जी हां आपने बिलकुल सही पढ़ा.ये एक तरह की दिमागी बीमारी होती है.इसे मेडिकल भाषा में फिलोफोबिया कहते हैं.यह आपको प्यार का अनुभव करने से रोक सकता है.आइए जानते हैं ऐसा क्यों होता है.किन लोगों के साथ होता है.
क्या है फिलोफोबिया
फिलोफोबिया ग्रीक शब्द फिलो से बना है जिसका मतलब होता है प्यार और फोबिया का मतलब आप सब जानते ही हैं.ये एक ऐसी समस्या है जिसमें प्यार औऱ भावनात्मक रूप से जुड़ने का डर होता है.नॉर्मल लोगों के लिए प्यार दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है.लेकिन इस समस्या से पीड़ित लोग प्यार को भयानक समझते हैं.ऐसा उन लोगों के साथ हो सकता है जिन्हें पिछले रिश्तों में बुरा अनुभव हुआ हो.या घर में किसी सदस्य के साथ प्यार में गलत हुआ हो.इसके अलावा अस्वीकार किए जाने या त्याग दिए जाने का डर भी प्यार में पड़ने के डर का एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है.हर व्यक्ति में फिलोफोबिया के लक्षण अलग अलग हो सकते हैं.जब ये डर हलका रहता है तो कोई चिंता की बात नहीं होती हालाँकि, अगर प्यार में पड़ने का डर अत्यधिक, व्यापक हो जाता है और किसी व्यक्ति के दैनिक कामकाज या जीवन की गुणवत्ता में हस्तक्षेप करता है, तो पेशेवर सहायता लेना फायदेमंद हो सकता है.
फिलोफोबिया के लक्षण ?
प्यार संबंधी आंतरिक भावनाओं को प्रकट ना कर पान
विवाह-शादी में जाने से बचना
प्यार और रोमांस से संबंधित जगहों पर जाने से बचना
प्यार में पड़ने की चिंता और घबराहट होना
प्यार के बारे में सोच कर पसीना आना
घबराहट औऱ जी मचलाना
तेज सांस चलना
पेट का खराब होना
क्या है इसका इलाज
मनोचिकित्सक और दवाएं फिलोफोबिया के इलाज में सहायक होती है.उपचार फोबिया की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकती है.इन उपचार में थेरेपी, दवाएं, जीवन शैली में बदलाव को शामिल किया जा सकता है.सीबीटी फिलोफोबिया के उपचार में सबसे प्रभावी उपचार है.
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