फोड़े फुंसियो पर शहतूत के पत्तो का लेप फायदेमंद, जाने और फायदे

जाने और फायदे

Update: 2023-08-20 10:07 GMT
काले और हरे रंग की दिखने वाले शहतूत खाने में सभी को बहुत पसंद आते है। यह नरम होती है इसका सेवन बड़े बूढ़े भी कर सकते है। इसका सेवन करने से किसी भी तरह कोई नुकसान नहीं होता है। शहतूत का फल खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना सेहतमंद भी। आयुर्वेद में शहतूत के ढेरों फायदों का बखान है। शहतूत में पोटैशियम, विटामिन ए और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह जलन को शांत करता है, प्यास को दूर करता है और कफनाशक होता है। यह शरीर में शुद्ध खून को पैदा करता है, पेट के कीड़ों को समाप्त करता है। ऐसे ही इसके और भी गुण है जिनके बारे में हम आज आपको बताने वाले है। तो आइये जानते है इस बारे में...
 फोड़े फुंसियो के लिए
शहतूत के पत्तों को पीसकर उसके लेप को गर्म करके फोड़ों के उपर लगाने से फोड़े ठीक हो जाते हैं और घाव भी जल्दी भर जाते हैं। खुजली और दाद में भी शहतूत के पत्तों का लेप लगाने से वे जल्दी ठीक हो जाते हैं।
दिल संबंधी रोगों के लिए
शहतूत दिल संबंधी बीमारियों के लिए भी फायदेमंद होता है। नियमित शहतूत का रस पीने से दिल की कमजोरी दूर होती है। शहतूत के रस का सेवन करने से दिल की तेज धड़कने सामान्य हो जाती हैं।
छालों में राहत देता है
आजकल युवा पीढ़ी को बाहर का खाना बहुत पसंद होता है लेकिन उन्हें ये पता नहीं होता है की इससे शरीर को किस तरह के नुकसान होते है जैसे मुहं में छाले होना और ऐसे में शहतूत के रस को पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुंह के छाले दूर होते हैं।
 शरीर को उर्जावान बनाएं
आजकल के खाने में बहुत ही मिलवाट आती है जिसकी वजह से शरीर की उर्जा गति कमजोर हो जाती है और ऐसे में जब आप शरीर को उर्जावान बनाने के लिए 1 मिलीलीटर शहतूत के रस में गाय के दूध के साथ सेवन करेंगे तो शरीर उर्जावान बनेगा।
 पाचन तन्त्र को सुधारने में
शहतूत में फाइबर पाया जाता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मज़बूत बनता है। इसके अलावा यह फाइबर कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियमित करने में मदद करता है।
 रक्त के सही संचार के लिए
शहतूत में लोह युक्त होता है। यह शरीर की की सभी कोशिकाओ का उत्पादन बढ़ता है और साथ ही उनकी कार्यप्रणाली को भी मजबूत करता है।
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