खराब लाइफस्टाइल, प्रदूषित वातावरण और एक्सरसाइज की कमी हमारे बालों को खराब कर रही है। इससे न सिर्फ हमारे बाल डैमेज हो रहे हैं बल्कि, समय से पहले सफेद भी हो रहे हैं। ऐसे में बालों की खास केयर करना बेहद जरूरी हो जाता है और इसी काम में मददगार है ये तेल। ये तेल बनाने की विधि 100 पुरानी है और आयुर्वेद में इस विधि ये तैयार तेल को सिर दर्द, रूसी और सफेद होते बालों का उपाय माना जाता है। तो, आइए पहले जान लेते हैं इस तेल को बनाने की विधि और फिर जानेंगे इसके इस्तेमाल के फायदे।
ये तेल गुड़हल, तुलसी और अजवाइ के बीजों से तैयार किया जाता है। इसकी खास बात ये है कि गुड़हल कुछ बायोएक्टिव एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है तो, अजवाइन एंटी डैंड्रफ और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। तो, तुलसी एंटीबैक्टीरियल है और स्कैल्प क्लीनजिंग में मददगार है। तो, ये एक तेल आपकी कई समस्याओं को कम कर सकता है। तो, आइए जानते हैं इस तेल की रेसिपी और फायदे।
इस तेल को बनाने के लिए नारियल का तेल लें और इसमें गुड़हल के फूलों को मिलाएं। फिर इसमें अजवाइन के बीजों और कुछ तुलसी की पत्तियां मिलाएं। सबको अच्छे से पकाएं और इस तेल को एक बर्तन में छान कर रख लें। अब ये तेल जब हल्का ठंडा हो जाए तो हल्के हाथों से मालिश करते हुए इसे अपने बालों और इसकी जड़ों पर लगाएं। थोड़ी देर और मालिश करें और छोड़ दें।
गुड़हल अजवाइन और तुलसी के बीजों से बना ये तेल असल में एंटीडैंड्रफ गुणों से भरपूर है और ये स्कैल्प की क्लीनजिंग में मददगार है। इस तेल को लगाने से डैंड्रफ का सफाया होने के साथ खुजली में भी कमी आती है। साथ ही ये स्कैल्प इंफेक्शन को भी कम करने में मददगार है।
बालों को काला करने में गुड़हल अजवाइन और तुलसी से बना ये तेल कई प्रकार से फायदेमंद है। ये स्कैल्प पर ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और बालों की जड़ों को खोलता है जिससे इन तक पोषण पहुंचता है। इससे आपके बालों को प्रोटीन और तमाम मिनरल्स मिलते हैं, कोलेजन बूस्ट होता है और आपके बाल काले होते हैं।