कोरोना से रिकवरी होने के बाद इस चीज का रखे खास ख्याल, जानिए क्या है टिप्स
जिससे उसके शरीर में स्फूर्ति आएगी, मन तरोताजा होगा।
अगर आप संक्रमण से उबरकर सुधार के दौर में हैं तो अपने शरीर में पानी और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा का विशेष ध्यान रखें। कोविड रिकवरी के दौर में कमजोर शरीर और स्वाद-गंध की कमी से आपको परेशानियां तो आएंगी पर बेहतर खानपान आपको धीरे-धीरे अच्छे स्वास्थ्य की ओर ले जाएगा। आज रिकवरी के वक्त के खानपान के बारे में सलाह जानिए पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट व डायटीशियन स्वाति बाथवाल से।
डायटीशियन स्वाति बाथवाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बाद मरीज के शरीर में बेहद कमजोरी आ जाती है, पाचन भी ठीक नहीं होता। ऐसे में वह एक बार में भरपूर भोजन नहीं कर सकता। ऐसे में जरूरी है कि उसे दो-तीन घंटों के अंतराल पर कुछ पौष्टिक भोजन दिया जाए। इस बात का भी ध्यान रखें कि मरीज की स्वाद और गंध शक्ति लौटने में 20 से 25 दिन लग सकते हैं। ऐसे में मरीज जो भी घर का बना भोजन मन से खाता हो, उसका बनाकर खिलाएं। अगर मरीज खाने में ना-नुकुर कर रहा है तो जो कुछ भी थोड़ी मात्रा में उसे खाने के लिए दे रहे हैं, उसमें एक चम्मच देशी घी या अल्सी का पाउडर मिला दें। इससे मरीज जितनी मात्रा में भी भोजन करेगा, उसे उसमें ही पर्याप्त कैलोरी मिल जाएगी जो उसे कमजोर नहीं होने देगी।
प्रोटीन : दालें और अलसी मददगार
भोजन में प्रोटीन शामिल करने के लिए मरीज को दाल और बेसन की रोटी (गेहूं के आटे संग गूंथकर ) बनाकर खिलाएं। इसके अलावा, बची हुई रात से आंटा गूंथकर दाल की रोटी, दाल का चीला बनाकर खिलाना भी अच्छा है। इसके अलावा अलसी के पाउडर के रूप में बनाकर खिलाने से प्रोटीन की पूर्ति होगी। दलिया, ओट्स को जरूर शामिल करें।
हाइड्रेशन : सत्तू और सब्जा के बीज खिलाएं
शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा के लिए तुलसी या सब्जा के बीजों का पानी पीना लाभदायक होगा क्योंकि यह शरीर की गर्मी को कम करता है। इसके अलावा, नारियल का पानी पीना लाभदायक है। सत्तू का पानी या छाछ-दही में मिलाकर सत्तू पीने के लिए दिया जा सकता है। अगर छाछ-दही से सर्दी लगने का डर हो तो उसमें जीरा पाउडर मिला सकते हैं। नीबू पानी या शिकंजी भी मरीज को दी जा सकती है जिससे उसके शरीर में पानी की पूर्ति होगी। ध्यान रखें कि फ्रिज के पानी की जगह सादा पानी ही दिया जाए। इसके अलावा, पके हुए चावल की कुछ मात्रा को एक गिलास पानी में डालकर सात-आठ घंटे तक रख देने के बाद जो पानी तैयार होगा, वह पेट को ठंडा रखने में मददगार होगा।
एंटी इन्फ्लेमेशन : हल्दी-अखरोट उपयोगी
इन्फ्लेमेशन या सूजन संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर का तंत्र है लेकिन कभी-कभी ये शरीर में स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित करने लगता है। तब आपको एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट की जरूरत होती है। हल्दी पाउडर, अखरोट, सब्जा ऐसी खाद्य सामग्रियां हैं जो इन्फ्लेमेशन की समस्या को रोकने में मददगार हैं।
इन तरीकों से बढ़ाएं इम्युनिटी
-चुकुंदर, नाशपाती, सेब जैसे लाल रंग वाले फल खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
-मरीज आठ घंटे की नींद जरूर ले और मोबाइल या टीवी पर बिताने वाले समय को कम करें।
-दूध की चाय की जगह ब्लैक टी पीने से इम्यूनिटी बढ़ेगी, सुबह नौ बजे से पहले की धूप में बैठें।
-विटामिन सी की मात्रा बढ़ाने के लिए हरे धनिए की चटनी, आंवला और नींबू के रस का सेवन करें।
-रिकवरी के वक्त मरीज प्राणायाम करे जिससे उसके शरीर में स्फूर्ति आएगी, मन तरोताजा होगा।