अपने बच्चों की लैंग्वेज स्किल्स को इंप्रूव करने के लिए अपनाएं ये तरीके

इंप्रूव करने के लिए अपनाएं ये तरीके

Update: 2023-09-01 10:29 GMT
आपके साथ कभी ऐसा हुआ है या हो सकता है कि आप पब्लिक प्लेस पर अपने बच्चे की बोली से शर्मिंदा हुए हैं। अगर नहीं तो इसका मतलब आपकी भाषा कौशल यानी लैंग्वेज स्किल काफी अच्छी हो सकती है। और अगर आप इस मामले से परेशान हैं तो आज हम बात करेंगे कि कैसे आप अपने बच्चों की भाषा कौशल और भाषा स्किल सुधार सकते हैं? भाषा कौशल बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण विषय होते हैं क्योंकि वे उनके सोशल, एजुकेश्नल और पर्सनालिटी डेवलपमेंट में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बच्चों के लिए भाषा कौशल यानी लैंग्वेज स्किल का क्या महत्व है, जानते हैं:
सोचने और एक्सप्रेशन की कैपेसिटी: भाषा कौशल बच्चों को अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्टता से व्यक्त करने की क्षमता प्रदान करते हैं। यह उन्हें अपने विचारों को सही तरीके से प्रकट करने में मदद करता है।
शैक्षिक विकास यानी एजुकेशनल डेवलपमेंट: भाषा कौशल बच्चों के शैक्षिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। यह उनकी पढ़ने वाली किताबों को समझने और शिक्षा में सफलता पाने में मदद करते हैं।
सामाजिक और व्यक्तिगत संवाद यानी सोशल और पर्सनल कम्युनिकेशन: भाषा कौशल बच्चों को सामाजिक संवाद में भाग लेने में सहायक होते हैं, जो उनके दोस्तों, परिवार के सदस्यों, और शिक्षकों के साथ संवाद करने में मदद करता है।
स्वतंत्रता की भावना यानी फिलिंग ऑफ फ्रीडम: भाषा कौशल बच्चों को अपने ख्यालों और विचारों को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने में मदद करते हैं, जिससे उनकी स्वतंत्रता की भावना बढ़ती है।
करियर में सफलता: भाषा कौशल समाज में और करियर में सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, खासकर विचारक, शिक्षक, लेखक और जर्नलिज्म में करियर बना सकते हैं।
अपनी भाषा और संस्कृति का मान्यता: भाषा कौशल बच्चों को अपनी मातृभाषा और संस्कृति का अधिक मान्यता दिलाने में मदद करते हैं, और उन्हें उनके जीवन में अपनी पहचान बनाने में सहायक भी साबित होते हैं।
सामर्थ्य और स्वास्थ्य यानी हेल्थ स्ट्रेंथ: अच्छा भाषा कौशल बच्चों की सामर्थ्य और स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है।
ऐसी ही एक घटना बताते हैं,
मेरे पड़ोस में एक फैमिली रहती है, उनका एक छोटा लड़का अनीता से ट्यूशन पढ़ने आता है, जिसका नाम आर्यन है। आर्यन एक बहुत ही बुद्धिमान लड़का है, लेकिन पहले वह बहुत शर्मीला भी था। उसे दूसरों के साथ बातचीत करने में बहुत परेशानी होती थी। एक दिन, अनीता ने आर्यन को समझाया कि भाषा कौशल उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भाषा कौशल से उसे दूसरों के साथ बातचीत करने में मदद मिलेगी और वह दुनिया को बेहतर ढंग से समझ पाएगा। अनीता ने आर्यन को कुछ कहानियां सुनाईं। इन कहानियों से आर्यन को भाषा के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला। वह कहानियों के पात्रों के साथ जुड़ने लगा और वह उनकी भावनाओं को समझने लगा।
अनीता ने आर्यन को कहानियां सुनाने के अलावा, उसे भाषा के अन्य पहलुओं के बारे में भी सिखाया। उसने उसे शब्दों के अर्थ और व्याकरण के नियमों के बारे में बताया। आर्यन ने शिक्षक की बातों को ध्यान से सुना और उनका अभ्यास किया। जल्द ही, वह अपनी भाषा कौशल में सुधार करने लगा। वह दूसरों के साथ बातचीत करने में कम शर्मीला हो गया। एक दिन, आर्यन के स्कूल में एक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। आर्यन ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने का फैसला किया। उसने एक कहानी सुनाई जो उसने खुद लिखी थी। आर्यन का भाषण बहुत ही प्रेरक था। उसने अपनी कहानी के माध्यम से दूसरों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के महत्व के बारे में बताया। आर्यन ने इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वह बहुत खुश था। उसने अपने टीचर अनीता को धन्यवाद दिया।
आर्यन की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि भाषा कौशल बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भाषा कौशल से उन्हें दूसरों के साथ बातचीत करके, अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और दुनिया को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है। इसी तरह आप अपने बच्चे की भाषा कौशल को विकसित करने के लिए आप इन तरीकों का पालन कर सकते हैं।
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