जिस तरह खानपान की कुछ चीज़ें कॉम्बिनेशन में फ़ायदेमंद होती हैं. उसी तरह कुछ कॉम्बिनेशन्स से सुरक्षित दूरी बनाए रखने में ही आपकी भलाई है. यहां हम बात कर रहे हैं खानपान के पांच कॉमन से कॉम्बिनेशन्स की, जिन्हें लोग अपनाते हैं और परेशान होते हैं.
ख़राब कॉम्बिनेशन: फल और पका हुआ खाना
क्यों: इससे पेट में गैस हो सकती है
फलों का नेचर अल्कलाइन होता है. फलों में सिम्पल शुगर होता है जिसकी वजह से फल आसानी से पच जाते हैं और हमारे शरीर के लिए ऊर्जा पैदा करते हैं. वहीं दूसरी ओर पके हुए खाने में फ़ैट, प्रोटीन और स्टार्च जैसी कई चीज़ें होती हैं, जिसके चलते उसे पचाने में थोड़ा समय लगता है. यही कारण है कि खाने से मिलनेवाली ऊर्जा भी देर से मिलती है. जब आप खाने के तुरंत बाद फल खाते हैं तो वह आसानी से पचता नहीं है और तब तक पेट में वैसे ही बना रहता है, जब तक कि पका हुआ खाना पूरी तरह पच नहीं जाता. इस दौरान फलों से मिली शुगर फ़र्मेंट होने लगती है. इससे गैस, ब्लॉटिंग और एसिडिटी जैसी समस्याएं होती हैं.
ख़राब कॉम्बिनेशन: पानी और खाना
क्यों: इससे खाना ठीक से नहीं पचता
खाना खाते समय पानी पीने से बचें, ताकि आप पेट में रिलीज़ होनेवाले पाचक रसों को डाइलूट न हो जाएं. अतः खाने से एक घंटे पहले या बाद पानी पीना ज़्यादा बेहतर होता है, ताकि न्यूट्रिएंट्स अच्छी तरह शरीर द्वारा अवशोषित हो सकें. आयुर्वेद के अनुसार भी खाना खाते समय पानी पीने से जठराग्नि यानी पेट की आग, जो भोजन को पचाने के लिए ज़रूरी होती है, शांत हो जाती है. इससे खाना ठीक से नहीं पचता.
ख़राब कॉम्बिनेशन: केला और दूध
क्यों: पेट के लिए भारी काम्बिनेशन है
आमतौर पर लोग वज़न बढ़ाने के लिए केला और दूध साथ में लेते हैं. इससे वज़न बढ़ता भी है. पर आयुर्वेद के अनुसार यह संयोजन बिल्कुल भी नहीं आज़माना चाहिए, क्योंकि यह पेट के लिए बहुत भारी संयोजन है और यह आपकी शारीरिक व मानसिक गति को धीमा कर सकता है. यदि आप अपनी स्मूदीज़ इस संयोजन के बिना नहीं खा सकतीं तो पाचन में मदद करने के लिए स्मूदी में थोड़ी इलायची और जायफल मिलाएं.
ख़राब कॉम्बिनेशन: फलों के साथ दही
क्यों: शरीर में टॉक्सिन्स का प्रोडक्शन बढ़ सकता है
आयुर्वेद के अनुसार, खट्टे फलों के साथ डेयरी प्रॉडक्ट्स मिलाने से पाचन प्रक्रिया गड़बड़ा सकती है, इंटेस्टेनल फ़्लोरा (पाचन में मदद करनेवाला एक प्रकार का बैक्टीरिया) में बदलाव से टॉक्सिन्स का प्रोडक्शन बढ़ सकता है और साइनस, रक्त का संचय (कंजेशन), सर्दी, खांसी और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
ख़राब कॉम्बिनेशन: घी और शहद
क्यों: दोनों की प्रकृति अलग-अलग होती है
घी और शहद दोनों को खाने के अपने-अपने फ़ायदे हैं, पर दोनों को साथ मिलाकर खाने के लिए आयुर्वेद मना करता है. आयुर्वेद के अनुसार शहद और घी बराबर मात्रा में मिलाकर खाना सेहत के लिहाज़ से ठीक नहीं है. इसका कारण यह है कि घी ठंडक प्रदान करनेवाले गुणों के लिए जाना जाता है और शहद गर्मी पैदा करता है. एकदम से अलग-अलग गुणों के कारण हमारे शरीर पर इस कॉम्बिनेशन का उल्टा प्रभाव पड़ता है.