जानिए कैसे हाई हील्स पहनने से बढ़ सकता है रीढ़ की हड्डी का दर्द
हाई हील्स पहनना फीमेल्स को काफी पसंद होता है. इन दिनों हाई हील्स पहनना फैशन स्टेटमेंट माना जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाई हील्स पहनना फीमेल्स को काफी पसंद होता है. इन दिनों हाई हील्स पहनना फैशन स्टेटमेंट माना जाता है. भले ही हाई हील्स महिला की पर्सनैलिटी को निखारने का काम करती हैं, लेकिन इससे कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम भी हो सकती हैं. जी हां, हाई हील्स का नियमित प्रयोग पीठ दर्द, कमर दर्द, जोड़ों में दर्द और रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकता है. हाई हील सैंडल्स और शूज ज्यादा देर तक पहनने से एड़ी पर जोर पड़ता है और पंजे भी मुड़ जाते हैं. पैरों की ऐसी स्थिति नसों पर प्रभाव डालती है, जिस वजह से रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है. हाई हील्स का अधिक प्रयोग चोट और नसों में खिंचाव का कारण बन सकता है. चलिए जानते हैं हाई हील्स पहनने से कैसे रीढ़ की हड्डी का दर्द बढ़ सकता है.
पोश्चर होता है खराब?
वेरीवेल हेल्थ के अनुसार हाई हील पैरों को प्लांटरफ्लेक्स्ड स्थिति में रखती है, जिससे आगे के पैरों पर दबाव बढ़ जाता है. बॉडी का बैलेंस बनाए रखने के लिए पैर की एड़ी पर शरीर का सारा भार आ जाता है जिस वजह से बॉडी का पोश्चर असंतुलित होने लगता है. हाई हील सैंडल्स काफी हार्ड होते है, जिस कारण से भी रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव पड़ता है और दर्द हो सकता है.
बैक पर होता है असर
हाई हील पहनने से सबसे ज्यादा असर बैक पर होता है. हाई हील के कारण पीठ के निचले हिस्से पर प्रेशर बढ़ जाता है और वह फ्लैट पोजिशन में आने लगता है. जब हाई हील की वजह से बैक पेन होने लगता है तो बॉडी आगे की ओर झुकने लगती है. यही स्थिति रीढ़ की हड्डी के दर्द को बढ़ावा देती है.
हिप में हो सकता है दर्द
लगातार हाई हील्स पहनने से हिप फलेक्सिबल पोजिशन में रहते हैं. हिप फ्लेक्सर्स के प्रेशर से रीढ़ की हड्डी धीरे-धीरे फ्लैट होने लगती है. जिस वजह से पीठ के निचले हिस्से और हिप दोनों में दर्द हो सकता है.