आपकी बात, बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के इंतजाम क्या पर्याप्त हैं ?
सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | विशेष प्रयासों की जरूरत
बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के लिए गैर सरकारी संगठन भी प्रयास कर रहे हैं। लोगों से चंदा इक_ा करके अपने हिसाब से ये संस्थाएं मदद तो कर रही हैं, परंतु इतना काफी नहीं है। इसके लिए सरकार को विशेष प्रयास करने चाहिए। ऐसे लोगों की सूची तैयार करके उन्हें सर्दी में उनकी जरूरत की चीजें उपलब्ध करानी चाहिए। सरकार की जिम्मेदारी है कि सर्दी में बेघर लोगों के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाएं ।
-तरुणा साहू, राजनांदगांव छत्तीसगढ़
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बेघर लोगों के लिए घर का इंतजाम हो
ठंड से बचने के लिए समाजसेवी संस्थाओं द्वारा बेघर लोगों को केवल ऊनी वस्त्रों का वितरण किया जाता है। शासन प्रशासन की तरफ से कोई खास इंतजाम नहीं हैं ऐसी स्थिति में शासन द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर रह रहे बेघर लोगों का सर्वे कराकर उन्हें घर बना कर दे दिया जाए तो इससे अच्छे इंतजाम और क्या हो सकते हैं द्यद्य
तेजनारायण श्रीवास्तव, गंजबासौदा, मध्य प्रदेश
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अपर्याप्त इंतजाम, जनता भी सहयोग करे
सर्दी बढ़ रही है। ऐसे में शासन-प्रशासन के साथ-साथ यह हमारी भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम भी बेघर और गरीब लोगों की मदद करें। सरकारी इंतजाम अब भी अपर्याप्त हैं, तभी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा चौक-चौराहों के फुटपाथों पर अब भी अनेक बेघर लोग कड़कड़ाती सर्दी में दुबक कर लेटे हुए मिलते हैं। ऐसे में इनके लिए स्थाई रैन बसेरों के अलावा पर्याप्त गर्म कपड़ों का इंतजाम किया जाना चाहिए। इस कार्य में हमें भी सामर्थ्य अनुसार प्रशासन का पूर्ण सहयोग करना चाहिए।-
-एकता शर्मा, जयपुर
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फुटपाथों पर नजर आते हैं बेघर लोग
सरकारी इंतजाम नाकाफी नजर आते हैं। हम कई जगह देखते हैं, कि बेघर लोग फुटपाथ पर या सड़क किनारे बिना किसी कंबल या रजाई के सोते हुए नजर आते हैं। आम लोगों को भी गरीबों की मदद करनी चाहिए।
-कोमलप्रीत संधू, रायपुर
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नर सेवा ही नारायण सेवा
बेघर लोगों को रोटी, कपड़े और मकान की जरूरत पड़ती है, लेकिन सरकार सिर्फ रैन-बसैरे बना देती है। ये रैन बसेरे भी खानापूर्ति के लिए ही बनाए जाते हैं। सरकार को इस मामले में संवेदनशील होना चाहिए। आम जनता को भी ऐसे गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। कहा भी गया है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। !
मयंक, किशन सहाय मीना, टोडाभीम, करौली
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रैन बसेरों का निरीक्षण जरूरी
बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के लिए वर्तमान में पर्याप्त इंतजाम नहीं हंै। ऐसे गरीबों के लिए बनाए गए रैन बसेरों का निरीक्षण जरूरी है। उनके लिए ओढऩे, पहनने के वस्त्र तथा भोजन की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
-आयुष ढेबाणा, तिगरिया, जयपुर
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संयुक्त प्रयासों की जरूरत
सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों तथा आम लोगों के संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है। घर-घर जाकर सर्दी के कपड़े संग्रह करके बेघरों एवं जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। ज्यादा सर्दी के समय में पर्याप्त अलाव जलाने के लिए लकड़ी,कोयला जैसी वस्तुएं एवं व्यवस्थित टेंट की व्यवस्था की जा सकती है। बेघर लोगों के समक्ष खाने की समस्या भी होती है। इसलिए उन्हें अच्छा एवं ताजा भोजन मुहैया कराना जरूरी है।
- साकेत रंजन पाठक, बैंगलोर,कर्नाटक
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नहीं है पर्याप्त इंतजाम
जिनके पास अपनी छत नहीं है, उनके लिए शासन की योजनाएं अभी ऊंट के मुंह में जीरा बराबर है। बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के लिए शासन को रैन बसेरों, अलाव और गर्म कपड़ों की व्यवस्था करना चाहिए ।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़
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कुप्रबंधन और मनमानी
बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाते हैं, परंतु संचालक मनमानी करते हैं। वहां नियमित रूप से रहने के लिए लोगों से साठगांठ करके जगह बुक कर ली जाती है, जिससे वास्तविक जरूरतमंद लाभ से वंचित रह जाते हैं। साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था भी नहीं रहती है ।
-श्याम खाम्बरा, अलवर