कोरोना को राजनीतिक रूप से भुनाने की कोशिश, सार्वजनिक आयोजनों को स्थगित करने की आवश्यकता अभी नहीं

भारत जोड़ो यात्रा को स्थगित करने की सलाह देने वाली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की चिट्ठी को लेकर कांग्रेस जिस तरह आक्रामक रवैया अपनाए हुए है,

Update: 2022-12-24 05:04 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |भारत जोड़ो यात्रा को स्थगित करने की सलाह देने वाली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की चिट्ठी को लेकर कांग्रेस जिस तरह आक्रामक रवैया अपनाए हुए है, उससे यह साफ है कि उसने इस चिट्ठी को राजनीतिक रूप से भुनाने का फैसला कर लिया है। कांग्रेस इस चिट्ठी को इस रूप में देख और दिखा रही है कि उसके जरिये भारत जोड़ो यात्रा को रोकने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी ने बिना लाग लपेट यही रेखांकित किया। उनके अनुसार मोदी सरकार भारत जोड़ो यात्रा से भयभीत हो गई है। कांग्रेस इस चिट्ठी को कितना तूल दे रही है, यह पार्टी महासचिव जयराम रमेश की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से बुलाई गई उस बैठक पर तंज कसने से पता चलता है, जो हालात की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। उनकी समझ से इस बैठक का उद्देश्य भी भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए माहौल बनाना था।

निःसंदेह यह कुछ ज्यादा ही हो गया, लेकिन यह भी सही है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी ने ही कांग्रेस को यह सब कहने की सुविधा प्रदान की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की ओर से दी गई इस सलाह में कोई हर्ज नहीं कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सतर्कता बरती जाए, लेकिन उन्हें यह लिखने से बचना चाहिए था कि कोविड प्रोटोकाल का पालन न कर पाने की स्थिति में यात्रा स्थगित कर दी जाए। इसलिए और भी, क्योंकि उन्होंने ऐसी कोई चिट्ठी देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे राजनीतिक कार्यक्रमों और अन्य आयोजनों को लेकर नहीं लिखी। इसके अलावा अभी कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। स्पष्ट है कि इस चिट्ठी ने कांग्रेस को बैठे-बिठाए एक मुद्दा दे दिया।
निःसंदेह चीन में कोरोना संक्रमण के चलते जैसे हालात बन गए हैं, वे चिंतित करने वाले हैं, लेकिन यह भी सही है कि भारत में अभी ऐसी स्थिति नहीं कि सार्वजनिक आयोजनों को स्थगित करने की आवश्यकता पड़े। आवश्यकता है तो केवल इसकी कि सतर्कता बढ़ाई जाए, लोगों को कोविड रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के लिए प्रेरित किया जाए और हर स्तर पर स्वास्थ्य ढांचे की समीक्षा की जाए। यह इसलिए आवश्यक है, क्योंकि चीन के साथ जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका एवं फ्रांस में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के फिर से सिर उठाने की आशंका ऐसा मामला नहीं, जिसे लेकर राजनीतिक दल आरोप-प्रत्यारोप में उलझें। यदि ऐसा होगा तो इससे जनता तक सही संदेश पहुंचाने में कठिनाई होगी। कांग्रेस नेता केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी की मनचाही व्याख्या करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उन्हें ऐसा कुछ प्रकट करने से बचना होगा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोरोना संक्रमण से बचे रहने को लेकर किसी तरह की सावधानी बरतने की आवश्यकता नहीं।
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