अमीर बनने का कोई शॉर्टकट नहीं; लालचभरा जीवन होता है 'सांप और सीढ़ी' के खेल की तरह
लालचभरा जीवन होता है ‘सांप और सीढ़ी’ के खेल की तरह
एन. रघुरामन। 20 महीनों बाद मैं थिएटर में कोई फिल्म देख रहा था, इसलिए चयन को लेकर सतर्क था। मैं एक थ्रिलर देखना चाहता था, जिसका निर्देशन अच्छा हो, अभिनेता ऐसा हो जो मुझे आकर्षित करे, कोई बोरिंग दृश्य न हो, लेकिन फिल्म इतनी लंबी भी हो कि 'पैसा वसूल' वाला अनुभव दे। ऐसे में स्वाभाविक पसंद बनी हाल ही में भारत में प्रदर्शित 2.38 घंटे की 'हाउस ऑफ गुच्ची'। इस चयन के दो और कारण थे।
ये सच्ची कहानी पर आधारित है और जब इसका हत्या वाला क्लाइमेक्स सामने आया, जैसा असल में हुआ था, तब मैं एक अन्य कार्यक्रम के लिए इटली में ही था। तबके मेरे बॉस ने मुझसे ये हत्या कवर करने के लिए कहा था। पेश है वो छोटी-सी कहानी जो जीवन का सबसे बड़ा सबक देती है। पैट्रिजि़या मार्टिनेली इटली में पैदा हुई गरीब लड़की थी। वो अपने जैविक पिता को नहीं जानती थी।
जब 12 साल की हुई तो उसकी मां सिल्वाना ने एक धनी उद्यमी फर्डिनेंडो रेगियानी से शादी कर ली, जिसने बाद में पैट्रिजि़या को गोद ले लिया। 1970 में 22 साल की पैट्रिजि़या की मुलाकात एक पार्टी में गुच्ची फैशन हाउस के उत्तराधिकारी मौरिजियो गुच्ची से हुई। दो साल बाद इस जोड़े ने शादी कर ली और न्यूयॉर्क चले गए। मौरिजियो के पिता रोडोल्फो गुच्ची ने शुरू में ये शादी कुबूल नहीं की, क्योंकि उनका मानना था कि पैट्रिजि़या सिर्फ शौहरत की इच्छुक है।
हालांकि उन्होंने अपने बेटे-बहू को न्यूयॉर्क के ओलिंपिक टावर में एक लग्जरी पेंटहाउस गिफ्ट किया, जहां अमेरिका के रईस रहते थे। जल्द ही पैट्रिजि़या न्यूयॉर्क के अभिजात्य वर्ग में सक्रिय हो गई। वह पार्टियों, फैशन कार्यक्रमों में नियमित रूप से जाती और यहां तक कि बॉलीवुड में भी दोस्त बनाए। दंपति की दो बेटियां हुईं- एलेसेंड्रा और एलेग्रा। 1982 में दंपति इटली के मिलान आ गया। 1985 आने तक मौरिजियो दूसरे शहर फ्लोरेंस में अलग रहने के लिए चले गए।
1993 में मौरिजियो ने एक इतालवी इंटीरियर डिजाइनर, कलाकार, लेखक और पूर्व मॉडल, पाओला फ्रैंची से डेटिंग शुरू की, इससे पैट्रिजि़या में आक्रोश और ईर्ष्या दोनों पैदा हो गई। 1994 में आधिकारिक तौर पर उनका तलाक हो गया। पैट्रिजि़या को 1.47 मिलियन डॉलर का वार्षिक गुजारा भत्ता मिला। तलाक के एक साल बाद 27 मार्च 1995 को जब मौरिजियो काम पर पहुंचे ही थे कि ऑफिस के बाहर सीढ़ियों पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
तभी मुझे इसे कवर करने के लिए कहा गया था, क्योंकि इस घटना ने वैश्विक मीडिया का बहुत ध्यान खींचा था। 31 जनवरी, 1997 को पैट्रिजिया को गिरफ्तार कर लिया गया। रोचक बात ये है कि अक्टूबर 2011 में जब वह वर्क रिलीज प्रोग्राम के तहत पैरोल की हकदार हुई तब भी उसने ये कहते हुए इंकार कर दिया कि 'मैंने जीवन में कभी काम नहीं किया और निश्चित रूप से अब भी नहीं करने वाली हूं।'
इसके अलावा मेरी जानकारी में दुनिया में वो एकमात्र ऐसी महिला हैं, जिसके वकील ने उसके पालतू 'फेरेट' को साथ रहने की अनुमति के लिए अधिकारियों को मनाया हो। 18 साल सजा काटने के बाद अक्टूबर 2016 में उन्हें रिहा किया गया। अब वह 72 साल की हैं। फिल्म रिलीज के बाद दोनों बेटियों ने निर्माताओं पर आरोप लगाया, 'फिल्म का उद्देश्य उनके पारिवारिक जीवन को मनोरंजन में बदलना था और नितांत निजी पारिवारिक मामले को कपटता से फिर से रचा गया।'
पर उन्हें कौन बताएगा कि फिल्में उस समाज का प्रतिबिंब होती हैं, जहां हम रहते हैं? और लालची समाज देखने के लिए मनोरंजक कहानी बन जाता है। फंडा यह है कि अमीर बनने का कोई शॉर्टकट नहीं। अगर आपको लगता है कि तेजी से ऊपर चढ़ने की कोई सीढ़ी है तो याद रखिए कि आपको नीचे लाने के लिए उस सीढ़ी पर एक सांप भी इंतजार में होता है!