अनाथ बच्चे: सामाजिक चुनौती
कोरोना काल ने एक नई सामाजिक चुनौती पैदा कर दी है, वह चुनौती है महामारी में अनाथ हुए बच्चे।
आदित्य चोपड़ा: कोरोना काल ने एक नई सामाजिक चुनौती पैदा कर दी है, वह चुनौती है महामारी में अनाथ हुए बच्चे। कोरोना संक्रमण की वजह से देश में कई जगह पूरे परिवार ही उजड़ गए हैं। ना जाने कितने बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने अपने अभिभावकों को खो दिया है। बीते दिनों जिस तरह आक्सीजन, दवा से लेकर अस्पताल में बिस्तरों के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाई जा रही थी अगर उतनी ही तेजी से कहां से सब कुछ उपलब्ध हो सकता है, उसकी जानकारी सोशल मीडिया पर तैर रही थी। ठीक उसी तरह सोशल मीडिया पर ऐसे संदेश भी आए कि दो लड़कियां जिनकी उम्र तीन दिन और छह महीने की है, कोविड की वजह से इन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है। इन बच्चियों की मदद करें जिससे इन्हें नई जिन्दगी मिल सके। ऐसे कई संदेश रोज सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं। यद्यपि दिल्ली की आप सरकार और कुछ राज्य सरकारों ने अनाथ बच्चों का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की है लेकिन अनाथ बच्चों का पालन-पोषण और उन्हें अच्छे नागरिक बनाना आसान काम नहीं है। यह दायित्व समाज को निभाना होगा।