आत्मनिर्भरता की जरूरत
गरीबों को आज कई प्रकार के प्रलोभन और हर वस्तु मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है
दिव्याहिमाचल .
गरीबों को आज कई प्रकार के प्रलोभन और हर वस्तु मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है। मसलन मुफ्त अनाज, बिजली, पानी की आपूर्ति भी मुफ्त की जा रही है। लाभान्वित लोगों में एक भावना पैदा हो रही है कि अगर बिना प्रयास के ही सब कुछ मुफ्त में मिल जाता है तो काम करने की क्या जरूरत है। मुफ्त के खाने और गंगा के नहाने में हर्ज क्या है। कई राज्यों ने दो रुपए थाली तक खुराक कर दी है। बच्चों के कपड़े, जूते और स्कूलों में दोपहर का भोजन निशुल्क दिया जाता है। लोग सोचते हैं काम करें किसलिए। यह बात कोई नहीं सोच रहा कि करदाताओं की गाढ़ी कमाई से एक वर्ग निकम्मा बनाया जा रहा है। हमें ऐसी योजनाओं को लागू करना चाहिए जिससे देश का हरेक नागरिक आत्मनिर्भर बने, कामचोर नहीं।
-किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर