फिटनेस के दम पर मिस यूनिवर्स खिताब

आज हर तरफ कोरोना ने तराही-तराही मचा रखी है। कल तक यही लगता था कि हाथी निकल गया है अब पूछ बाकी है लेकिन बात एक बार फिर उसी कोरोना पर आ अटकी है जिसने जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है।

Update: 2021-12-19 02:52 GMT

आज हर तरफ कोरोना ने तराही-तराही मचा रखी है। कल तक यही लगता था कि हाथी निकल गया है अब पूछ बाकी है लेकिन बात एक बार फिर उसी कोरोना पर आ अटकी है जिसने जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। इतने चुनौतीभरे और दबाव से पूर्ण क्षणों में आप अपना मानसिक संतुलन खोए बगैर अपने आपको फिट रखते हैं तो आपको हर तरफ विजय ही मिलती है। हरनाज कौर संधू जिन्होंने अभी हफ्ताभर पहले इस्राइल में मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम किया आज दुनिया के सामने एक उदाहरण है लेकिन जीवन में एक समय आया कि जब वह बिल्कुल ही पतली थी। उसके इसी दुबलेपन की वजह से लोगों के उपहास का कारण बनना पड़ा। स्कूल-कॉलेज हर तरफ उसे पतली और सुकड़ी कहकर संबोधित किया जाता था लेकिन उलहानों की परवाह न किए बगैर उसने जीवन में यही तय किया कि उसे शारीरिक रूप से फिट रहना है, यह उसकी मानसिक मजबूती का ही कमाल था कि वह जमी रही कि इतनी फिट हुई कि उसे मिस यूनिवर्स का खिताब मिला। सबसे बड़ी बात यह है कि जीवन में चुनौतियों के दौरान खुद को फिट रखना यह बात हर कोई जानता है परंतु जो निभाता है वह फिटनेस के मंत्र से दुनिया पर राज करता है। हरनाज संधू तुम्हें बहुत-बहुत बधाई हो। हरनाज कौर संधू एक सिख परिवार से आती हैं और आज भी उसके जीवन का सिद्धांत इसी दुबलेपन की चुनौती से जुड़ा है जिसके बारे में उसने पन्द्रह साल पहले ही तय कर लिया था कि मुझे अपनी फिटनेस बनानी ही नहीं निभानी है और इसी के दम पर जीवन में अगर कोई लक्ष्य तय कर लिया जाता है तो आप उसे पा सकते हैं। चंडीगढ़ और मौहाली के पास खरड़ की रहने वाली संधू ने पंजाब के मक्के की रोटी और सरसों का साग का आनंद लेते हुए घुड़सवारी, तैराकी, डांस जमकर एंज्वाय किया और अपने व्यापारी पिता को कहा कि मैं कुछ करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि बेटा आप जो चाहे कर सकते हैं। वहीं उनकी माता डाक्टर रविंद्र कौर जो स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, ने कहा कि बेटा दुनिया से कुछ अलग करके दिखाना है तो जीवन में चैलेंज को मंजूर करो। हरनाज कौर ने अपने पतलेपन को फिटनेस में बदल लिया और कुछ अलग करके दिखाया। स्कूली जीवन में ही उसने मॉडलिंग शुरू कर दी और जब मिस चंडीगढ़ का खिताब 2017 में जीत लिया तभी उसने घर पर मां को कह दिया था कि अब मिस यूनिवर्स बनके दिखाना है। कुछ अलग करके दिखाना है। हरनाज कौर संधू के दिमाग की दाद देनी होगी कि जब उनसे टॉप थ्री के दौरान आखिरी सवाल पूछा गया कि आप जीवन में दबाव का सामना कर रही महिलाओं को क्या सलाह देना चाहेंगी? हरनाज कौर जो खुद जीवन भर दुबलेपन के व्यंग्य बाण झेलती थी ने पॉजीटिव होकर कहा कि हर महिला को यह मानना चाहिए कि वह इस दुनिया में अद्वितीय है। यही बात महिला को सबसे अलग और खूबसूरत बनाती है। इसीलिए आप अपने लिए अपने जीवन के नेता खुद बने। उसके इसी जवाब से उसके आईक्यू को देखकर वह नंबर वन पर आ गई। अब मैं आज के हालात पर आती हूं कि आज हर तरफ कोरोना एक अलग बात है उसके अलावा भी जीवन में परिस्थितियां किसी के लिए भी सहज नहीं रहती और दबाव रहता है लेकिन जो दबाव को पार कर जाते हैं वहीं लक्ष्य को पाते हैं। मैंने खुद परिवार और समाज में बहुत कुछ देखा है, झेला है और पार भी पाया है क्योंकि मजबूत संकल्प आपको सबकुछ दिलाता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि महिलाएं अद्वितीय होती हैं। यह भी सच है कि उन्हें आगे बढ़ने से विशेषकर भारत जैसे देश में रोका भी जाता है परंतु यह भी सच है कि इसी भारत की बेटियों ने दुनिया में राज किया है। दबाव और तनाव को झेलना और इससे निकल पाना तथा हर हालात में खुद को सामान्य रखना दूसरे क्या कह रहे हैं इसकी परवाह न करना सही मायनों में यही जीवन है। ऐसी बहुत सी और लड़कियां होंगी जो आज भी देश में कितने ही कम्पीटीशंस में उतरती होंगी लेकिन आप सफलता के नजदीक पहुंचकर अगर पिछड़ जाये तो कैसा लगता होगा? इसलिए जरूरी है कि दूसरों की परवाह न करे । कुछ  अलग करने के लिए हमेशा डटे रहे, जीवन की हर चुनौती को स्वीकार करें। मैंने आमतौर पर सुना है कि मुसीबत में या तनाव में लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं लेकिन समस्याओं का सामना करना चाहिए। जवाब मिल जायेगा। देश की बेटी हरनाज कौर संधू ने जवाब दे दिया है। मिस यूनिवर्स को बधाई हो और यह इसलिए भी है कि आपने फिटनेस का मंत्र और उदाहरण पूरे देश के सामने रखा है।

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