कोविड-19 रोधी वैक्सीन: टीकाकरण का देशव्यापी अभियान पूरी दुनिया के लिए नजीर बनना चाहिए
महामारी कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के बीच प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों से होने वाली
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महामारी कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के बीच प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों से होने वाली बातचीत से यही संदेश निकलना चाहिए कि इस देशव्यापी अभियान में केंद्र और राज्यों के आपसी सहयोग में कोई कसर नहीं उठा रखी जाएगी। ऐसा कोई संदेश तभी निकलेगा, जब इस अभियान के संचालन में दलगत राजनीतिक हितों को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। यह शुभ संकेत नहीं कि जहां कुछ विपक्षी नेताओं ने वैक्सीन को लेकर लोगों को गुमराह करने वाले बयान दिए, वहीं कुछ ने उन्हें मंजूरी देने की प्रक्रिया को लेकर गैर जरूरी सवाल खड़े किए। ये सवाल खड़े करते समय इसकी अनदेखी ही की गई कि आखिर कोई सरकार ऐसा काम क्यों करेगी, जिससे उसकी साख को चोट पहुंचे? हालांकि यह पहले से स्पष्ट है कि चिकित्सकों, स्वास्थ्य कíमयों समेत कोरोना संक्रमण का आगे बढ़कर मुकाबला करने वाले करीब तीन करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी, फिर भी कुछ मुख्यमंत्री यह चाह रहे हैं कि संपूर्ण टीकाकरण अभियान मुफ्त हो। सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाने की मांग सुविचारित नहीं कही जा सकती।