स्थानीय व्यवसाय से बनी वस्‍तुओं को कैसे बनाया जाए वैश्विक ब्रांड

हमारे देश से होने वाला व्यापक निर्यात देश में रोजगार सृजन करने और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम है

Update: 2022-03-27 17:16 GMT
डा. अविक सरकार और अभिजीत कामरा। हमारे देश से होने वाला व्यापक निर्यात देश में रोजगार सृजन करने और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम है। भारत सरकार के 'मेक इन इंडियाÓ कार्यक्रम के तहत देश में विभिन्न उत्पादों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया, जो अब घरेलू बाजार की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। परंतु ये निर्माता और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) इस निर्यात अवसर का अपने फायदे के लिए कैसे लाभ उठा सकते हैं?
भारत में, कारोबारी हमेशा अपने निर्मित माल को विभिन्न देशों में निर्यात करने के तरीकों की तलाश में रहते हैं। वे संभावित बाजारों के बारे में सूचना के लिए व्यापार संघों पर निर्भर हैं और अक्सर उन देशों में आयातकों की सूची के साथ उनकी मदद करते हैं। इसका मतलब यह है कि कोई भी निर्यातक जो एक नया बाजार तलाशना चाहता है, उसे अपने उत्पादों को उन देशों में प्रदर्शनियों या व्यापार शो में प्रदर्शित करने से शुरू करना होगा, ताकि उन देशों में विक्रेताओं की रुचि का पता लगाया जा सके। इस तरह के व्यापार शो के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करना एक महंगा मामला हो सकता है और जो ऐसी यात्रा करने में असमर्थ हैं वे वाणिज्य मंत्रालय या व्यापार संघों द्वारा प्रकाशित व्यापार रिपोर्ट पर निर्भर रहते हैं।
इस दिशा में आगामी प्रक्रिया विदेशी बाजारों में खरीदारों (आयातकों) को ढूंढना और इस प्रक्रिया में बाजार के आकार, प्रतिस्पर्धा, गुणवत्ता की आवश्यकताओं, भुगतान की शर्तों आदि जैसे पहलुओं पर शोध शामिल है। यह समग्र प्रक्रिया छोटे निर्माताओं के लिए सही विदेशी खरीदारों के समूह तक पहुंचने में चुनौतीपूर्ण हो सकती है। लेकिन एक बार जब वे आयातकों की पहचान कर लेते हैं, तो अगला काम 'उत्पाद के नमूने भेजनाÓ और उनकी ओर से अनुकूल प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए मूल्य निर्धारण की जानकारी है। यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया हो सकती है जिसमें सफलता की संभावना कम होती है और इससे स्थानीय निर्माताओं के लिए बाधाएं आती हैं।
ऐसे में ई-कामर्स निर्यात एमएसएमई को दुनिया भर में मांग पैटर्न, नवीनतम रुझानों और मूल्य निर्धारण की प्राथमिकताओं को समझने के लिए सूचना और बाजार की जानकारी तक पहुंच प्रदान करते हैं। साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने और नए उत्पादों के सफल होने की संभावना में मदद करते हैं। यह व्यवसायों को दुनियाभर के ग्राहकों को सामान सीधे बेचने, सीमाओं को पार करने और ग्राहकों का एक बड़ा समूह बनाने में सक्षम बनाता है। यह अंतरराष्ट्री बाजारों में स्थानीय स्तर पर किसी भी मौजूदगी के बिना भारत के बाहर अपने व्यापार को विकसित करने के लिए 'अपनाने में आसान और व्यापकÓ तंत्र प्रदान करता है, जिससे बिचौलियों पर निर्भरता कम हो जाती है और 'विक्रेताÓ को 'ग्राहकÓ के करीब लाया जाता है।
यह व्यवसायों को उत्पादन से लेकर ब्रांडिंग और बिक्री तक सभी घटकों का प्रबंधन करने, अपने उत्पादों के लिए बौद्धिक संपदा का कुल स्वामित्व लेने और उच्च लाभ अर्जित करने में सक्षम बनाता है। ये सभी भारत से 'वैश्विक ब्रांडÓ के निर्माण में सहायता करते हैं।
इसके अलावा, ई-कामर्स निर्यात भारतीय एमएसएमई और विनिर्माताओं के लिए एक आसान और विस्तृत पैमाने का मार्ग प्रदान करता है। ताकि रोजगार के अवसर पैदा करते हुए देश के लिए उच्च विदेशी मुद्रा लाई जा सके। ई-कामर्स निर्यात को बढ़ावा देने के लिए तत्काल प्राथमिकता वाले क्षेत्र जमीन पर ई-कामर्स निर्यात के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने से शुरू होते हैं, जिसमें एमएसएमई और विनिर्माताओं के लिए निर्यातकों के रूप में अपनी यात्रा शुरू करने और प्रभावी, लेकिन कम लागत वाले लाजिस्टिक्स समाधानों का निर्माण करने के लिए प्रक्रियाओं का संपूर्ण डिजिटलीकरण शामिल है। यहीं पर आगामी विदेश व्यापार नीति परिवर्तन का एक साधन हो सकती है, क्योंकि वैश्विक स्तर पर सभी श्रेणियों में 'मेड इन इंडियाÓ उत्पादों की मांग बढ़ रही है। यह लाखों एमएसएमई और निर्माताओं के लिए निर्यात के अवसर का दोहन करने और भारत की आर्थिक विकास कहानी के अगले चरण को शक्ति प्रदान करने का एक अभूतपूर्व अवसर प्रस्तुत करता है।
डा. अविक सरकार (प्रोफेसर, इंडियन स्कूल आफ बिजनेस)
अभिजीत कामरा (डायरेक्टर (ग्लोबल टे्रड), अमेजन इंडिया )
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