अमेरिका में निराशा
ईरान के परमाणु डील संबंधी यूरोपियन यूनियन की तरफ से आयोजित वार्ता में भाग लेने से इनकार करने पर अमेरिका ने निराशा जताई
ईरान के परमाणु डील संबंधी यूरोपियन यूनियन की तरफ से आयोजित वार्ता में भाग लेने से इनकार करने पर अमेरिका ने निराशा जताई है। लेकिन यह समझना मुश्किल है कि वह निराश क्यों है। इसलिए इस मामले में जो बाइडेन प्रशासन के रुख से दुनिया भर में लोगों को निराशा हुई है। ताजा खबर यह है कि ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते में शामिल अमेरिका और अन्य देशों के साथ अनौपचारिक वार्ता करने से इनकार कर दिया है। उसका कहना है कि वह ईरान परमाणु समझौते पर चर्चा के लिए बैठक में शामिल नहीं होगा, जब तक कि उस पर से प्रतिबंध हटा नहीं दिया जाता। ये बात अपनी जगह ठीक है। अमेरिका ने उस पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। सऊदी अरब के प्रति बाइडेन प्रशासन के नरम रवैया भी मायूस करने वाला है। बाइडेन प्रशासन ने उस अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट को जारी कर दिया, जिसमें पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के लिए सऊदी युवराज सलमान को जिम्मेदार ठहराया गया। लेकिन अमेरिका ने युवराज सलमान के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है।