बैडमिंटन टीम के प्रबंधक राजेंद्र शर्मा
हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के पास तकनीकी अधिकारियों की बहुत बेहतरीन टीम है
हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के पास तकनीकी अधिकारियों की बहुत बेबैडमिंटन टीम , हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ , तकनीकी अधिकारियों, हिमाचल प्रदेश , बैडमिंटन , Badminton Team, Himachal Pradesh Badminton Association, Technical Officials, Himachal Pradesh, Badminton,हतरीन टीम है। हिमाचल प्रदेश में बैडमिंटन के विकास के लिए ददाहू के ठाकुर इंद्र सिंह ने काफी योगदान दिया है। उनके प्रशिक्षण में उनकी बेटी आरजू ठाकुर एक बार राष्ट्रीय महिला खेलों में बैडमिंटन एकल की विजेता रही है। ददाहू में एक इंडोर हाल भी ठाकुर इंद्र सिंह के प्रयासों से बना है। आज इसी हाल में विकास ठाकुर बैडमिंटन का प्रशिक्षण दे रहा है। भारतीय खेल प्राधिकरण के युवा प्रशिक्षक प्रेमलाल आजकल धर्मशाला में नियुक्त हैं। इस प्रशिक्षक से हिमाचल बैडमिंटन को काफी आशा है। मंडी में नियुक्त हिमाचल प्रदेश युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के प्रशिक्षक लोकेश भी अच्छे प्रशिक्षक हैं। कपूर बैडमिंटन अकादमी देहरा भी हिमाचली व अन्य राज्यों के खिलाडि़यों को प्रशिक्षण दे रही है। देखते हैं हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा किस तरह का प्रबंधन बैडमिंटन को देते हैं…
हिमाचल प्रदेश में खेल संस्कृति के अभाव में प्रदेश का खेल स्तर अभी तक ठीक ढंग से नहीं सुधरा है, मगर फिर भी हिमाचल की कुछ चुनिंदा संतानें राष्ट्रीय खेल पटल पर कभी खिलाड़ी तो कभी खेल प्रशिक्षक या प्रबंधक के रूप में अपनी-अपनी छाप छोड़ती रहती हैं। भारत की सीनियर व जूनियर टीम के कई बार प्रबंधक रह चुके राजेंद्र कुमार शर्मा आज एक चर्चित शख्सियत हैं। हमीरपुर जिला के भरेड़ी कस्बे के साथ लगते खरीगंण गांव में पांच फरवरी उन्नीस सौ इकहतर को अंतरराष्ट्रीय वॉलीबाल प्रशिक्षक विद्यासागर शर्मा व श्रीमति सुरेंद्रा शर्मा के घर जन्मे राजेंद्र कुमार शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भरेड़ी में हुई। विद्यासागर शर्मा भारतीय वॉलीबाल टीम के मुख्य प्रशिक्षक रह चुके हैं। राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान पटियाला में वॉलीबाल शिक्षण के मुखिया भी कई वर्षों तक रहे हैं। राजेंद्र कुमार ने नौवीं कक्षा में वॉलीबाल छोड़ कर बैडमिंटन शौकिया क्या खेलना शुरू किया और वह जीवन का अभिन्न हिस्सा हो गया। बैडमिंटन प्रशिक्षक कवीर चौहान से बैडमिंटन के प्रारंभिक गुर सीख कर राजेंद्र ने अपने बैडमिंटन के सफर की शुरुआत की। राजेंद्र ने 1985 में स्कूल स्तर पर पहली बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उप विजेता रह कर अगले दो वर्षों तक विजेता का खिताब हासिल किया तथा स्कूली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।
लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान ग्वालियर से शारीरिक शिक्षा में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद जबलपुर से शारीरिक शिक्षा में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करते हुए कई बार अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान पटियाला से बैडमिंटन प्रशिक्षक का कोर्स करते-करते ही हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से डीपी के पद पर चयनित होने के बाद आजकल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय हमीरपुर में पीजीटी शारीरिक शिक्षा के पद पर कार्यरत हैंं। निशा शर्मा के साथ शादी बंधन में बंधकर आपके एक बेटा व एक बेटी है। हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन चैंपियनशिप का दो बार चैम्पियन रहा यह खिलाड़ी कई बार वरिष्ठ राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में हिमाचल प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व कर चुका है। कई राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में हिमाचल प्रदेश टीम के प्रशिक्षक के रूप में प्रतिनिधित्व किया है। नौकरी में आने के बाद हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन चैंपियनशिप व राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कई बार तकनीकी अधिकारी के रूप में अपनी पहचान भी करवाते रहे हैं। राजेंद्र शर्मा 2011 में पहली बार हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के महासचिव चुनने के बाद अब भारतीय बैडमिंटन संघ के भी सहसचिव हैं। भारतीय बैडमिंटन टीम के प्रबंधक के रूप में पहली बार 2013 में जूनियर एशियन बैडमिंटन चैम्पियनशिप मलेशिया में भाग लिया। वर्ष 2014 में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में भी भारतीय टीम के प्रबंधक के रूप में प्रतिनिधित्व किया। बैंकॉक में आयोजित बैडमिंटन की विश्व विशेष श्रृंखला 2017 व कोच्चिन (भारत) में आयोजित वरिष्ठ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप सितंबर 2017 में भारतीय टीम के प्रबंधक के रूप में शिरकत की।
बैडमिंटन की विश्व विशेष श्रृंखला सिंगापुर 2018 व पोलैंड 2019 में भी प्रबंधक की भूमिका निभाई है। इसी महीने स्पेन में संपन्न हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्णिम सफलता लेकर लौटी भारतीय टीम के प्रशिक्षक व प्रबंधक की भूमिका भी राजेंद्र कुमार शर्मा ने निभाई है। हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के पास तकनीकी अधिकारियों की बहुत बेहतरीन टीम है। हिमाचल प्रदेश में बैडमिंटन के विकास के लिए ददाहू के ठाकुर इंद्र सिंह ने काफी योगदान दिया है उनके प्रशिक्षण में उनकी बेटी आरजू ठाकुर एक बार राष्ट्रीय महिला खेलों में बैडमिंटन एकल की विजेता रही है। ददाहू में एक इंडोर हाल भी ठाकुर इंद्र सिंह के प्रयासों से बना है। आज इसी हाल में विकास ठाकुर बैडमिंटन का प्रशिक्षण दे रहा है। भारतीय खेल प्राधिकरण के युवा प्रशिक्षक प्रेमलाल आजकल धर्मशाला में नियुक्त हैं। इस प्रशिक्षक से हिमाचल बैडमिंटन को काफी आशा है। मंडी में नियुक्त हिमाचल प्रदेश युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के प्रशिक्षक लोकेश भी अच्छे प्रशिक्षक हैं। कपूर बैडमिंटन अकादमी देहरा भी हिमाचली व अन्य राज्यों के खिलाडि़यों को प्रशिक्षण दे रही है। देखते हैं हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा किस तरह का प्रबंधन हिमाचल बैडमिंटन को ऊपर उठाने के लिए देते हैं। राजेंद्र कुमार शर्मा ने बहुत कम आयु में भारतीय बैडमिंटन प्रशासन की उंचाइयों को छू लिया है। ऐसे बहुत कम खेल प्रशासक होते हैं जो प्रशिक्षण, प्रबंधन व तकनीकी पहलुओं को बहुत बारीकी से समझते हैं। राजेंद्र में यह सब है। आशा करते हैं इनकी देख-रेख में हिमाचल बैडमिंटन को नया आकाश मिलेगा।
भूपिंद्र सिंह
राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक
ईमेलः bhupindersinghhmr@gmail.com