दिल्ली में यमुना का जलस्तर फिर खतरे के पार पहुंचा, निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर 204.5 मीटर यानी खतरे के निशान को पार कर गया है।

Update: 2022-08-18 03:11 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर 204.5 मीटर यानी खतरे के निशान को पार कर गया है। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा ने ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के बीच हथिनीकुंड बैराज से और पानी छोड़ा है। जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इससे यहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उनकी झोपड़ियों में पानी भर गया है। लोग अपने जरूरी सामान को लेकर सड़क किनारे आ गए हैं।

इससे पहले 12 अगस्त को नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने निचले इलाकों से लगभग 7,000 लोगों को निकाला था। वहीं 15 अगस्त को जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया था। 16 अगस्त की शाम 6 बजे नदी का जलस्तर 203.96 मीटर था। हालांकि 16 अगस्त को जलस्तर दोबारा बढ़ गया और खतरे के निशान को पार कर गया।
केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी एक पूर्वानुमान में कहा गया था कि 17 अगस्त को रात नौ बजे तक नदी का जलस्तर 205.25 मीटर तक बढ़ने और उसके बाद स्थिर रहने की संभावना है। दिल्ली के निचले इलाकों में 37,000 लोग रहते हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिन में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 'एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा' होने की संभावना है।
दिल्ली में बाढ़ को लेकर चेतावनी तब घोषित की जाती है जब हरियाणा यमुना में हथिनीकुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक की दर से पानी छोड़ता है इससे जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाती है। इसके बाद निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाहर निकाला जाता है। पिछले साल 30 जुलाई को यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई थी। तब पुराने रेलवे ब्रिज का जलस्तर बढ़कर 205.59 मीटर हो गया था।
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