अब लोगो को जाम की समस्या से मिलेगा छुटकारा, पालम विहार और नए गुरुग्राम के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए बनेगा ओवरब्रिज

दिल्ली से सटे गुरुग्राम के पालम विहार और नए गुरुग्राम के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए रेलवे ट्रैक के ऊपर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाएगा।

Update: 2022-05-26 05:50 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली से सटे गुरुग्राम के पालम विहार और नए गुरुग्राम के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए रेलवे ट्रैक के ऊपर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। ये ओवर ब्रिज दिल्ली-रेवाड़ी रेल रूट पर चौमा और पालम विहार के बीच बनवाया जाएगा।

इसके बनने से पालम विहार और सेक्टर-110/111 के बीच सीधे कनेक्टिविटी हो जाएगी। इसका निर्माण गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा रेलवे विभाग से कराया जाएगा। जिसके लिए जीएमडीए के अधिकारियों की ओर से रेलवे विभाग के अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया है। आरओबी के निर्माण पर करीब 53 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी।
जाम की समस्या से मिलेगा छुटकारा
सेक्टर-1, 2, पालम विहार, सेक्टर-22, 23 से सेक्टर-110, 111 की ओर जाने के लिए लोगों के पास अभी कोई सीधा रास्ता नहीं है। इन इलाकों के बीच से दिल्ली रेवाड़ी रेल लाइन गुजर रही है। ऐसे में दोनों इलाके अभी एक दूसरे से अलग है। यहां के लोगों को एक तरफ से दूसरी तरफ आने के लिए अभी चौमा फाटक का इस्तेमाल करना पड़ता है। फाटक के जरिये ही लोग नए और पुराने शहर के बीच का सफर करते हैं। ऐसे में दिन में कई बार रेल गुजरने पर फाटक बंद रहता है और लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए फाटक पर रुक कर कई देर इंतजार करना पड़ता है।
इससे पालम विहार की और और चौमा की ओर दोनों तरफ सुबह व शाम पीक आवर्स में जाम की भी स्थिति बनी रहती है। इसमें लोगों का काफी समय भी खराब होता है। लोगों का कहना है कि रेलवे ओवर ब्रिज या अंडर पास बनने से काफी राहत मिलेगी और जाम के झाम से भी नहीं जूझना पड़ेगा।
लंबे समय से हो रही थी मांग
स्थानीय निवासी व बादशाहपुर से विधायक राकेश दौलताबाद के प्रतिनिधि सन्नी सिंह ने बताया कि इसको लेकर लंबे समय से इलाके के लोगों द्वारा मांग उठाई जा रही थी। नए और पुराने गुरुग्राम में आने जाने के लिए अभी लोगों को काफी अतिरिक्त सफर करना पड़ता है।
जंगल सफारी पार्क में दिखेगी सांस्कृतिक की झलक
दिल्ली स्थित श्रम शक्ति भवन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन व श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव के बीच बैठक हुई। इसमें गुरुग्राम में 10 हजार एकड़ भूक्षेत्र में स्थापित किए जाने वाली अरावली सफारी पार्क परियोजना को लेकर भी चर्चा हुई। इसे विश्वस्तरीय प्रारूप व पहचान दी जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के पर्यटन हब के रूप में विकसित किए जाने की दिशा में अरावली सफारी पार्क परियोजना एक महत्वपूर्ण घटक होगा। अरावली सफारी परियोजना की स्थापना के लिए स्थान व भूमि को चिन्हित किया जा चुका है। केंद्रीय मंत्री ने अरावली सफारी के प्रारूप में हरियाणवी आंचलिक सांस्कृतिक पहचान का समावेश किए जाने के लिए भी कहा। अरावली सफारी को विश्वस्तरी पहचान व प्रारूप दिए जाने की दिशा में विश्व के विभिन्न देशों में स्थापित कुछ विश्वस्तरीय सफारी पार्कों का दौरा भी किया जाएगा। अध्ययन के बाद इस अरावली सफाई पार्क का प्रारूप तैयार किया जाएगा।
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