नॉएडा पुलिस ने 22 बच्चों का भविष्य बचाया

Update: 2023-06-30 04:28 GMT

नॉएडा: अक्सर हम सब पुलिस की आलोचना करते रहते हैं। उन आलोचनाओं के जायज व नाजायज दोनों ही कारण होते हैं, किंतु कई बार पुलिस के बेहद ही सराहनीय कार्य भी करती है। ऐसा ही एक व्यापक सराहनीय काम नोएडा कमिश्नरी की पुलिस ने किया है। नोएडा पुलिस ने एक दो नहीं पूरे 22 अबोध बच्चों के भविष्य को बर्बाद होने से बचाया है।

कैसे और किन बच्चों को बचाया: आपको बता दें कि इन दिनों नोएडा कमिश्नरी की पुलिस बच्चों से जबरन नौकरी करवाने तथा छोटे छोटे बच्चों से भिक्षा मंगवाने वालों के विरुद्ध अभियान चला रही है। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर जिले में बाल श्रम उन्मूलन व बाल भिक्षावृति की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत 22 बच्चों को रेस्क्यू कर अवमुक्त कराया गया। बच्चों से बाल श्रम करा रहे दुकानदारों के खिलाफ चालान की कार्यवाही की गई है।

नोएडा पुलिस मीडिया सेल प्रभारी ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम (एएचटीयू), श्रम प्रवर्तन अधिकारी, चाइल्ड लाइन नोएडा, जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय के सदस्य एवं सहयोग एनजीओ द्वारा नोएडा में अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत थाना सेक्टर 20 क्षेत्र के अट्टा मार्केट, सेक्टर 18 की दुकानों, ऑटोमोबाइल शॉप, कपड़े की दुकानों, ढाबों व अन्य स्थान पर टीम द्वारा चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान अलग-अलग स्थानों पर 22 बच्चे काम करते हुए मिले। पुलिस ने बाल श्रम कर रहे 22 बच्चों को रेस्क्यू कर उन्हें अवमुक्त कराया । इस अभियान के तहत पूर्व में भी नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया गया है।

एक साल से लापता महिला को परिजनों से मिलाया: इसी अभियान के तहत पुलिस ने एक और बड़ा ही सराहनीय काम किया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एएचटीयू टीम ने अपना घर आश्रम में रह रही एक महिला को उसके परिजनों से मिलाया है। दिमागी रूप से परेशान महिला करीब एक साल से अपने घर से लापता थी।

मीडिया सेल प्रभारी ने बताया कि एएचटीयू की टीम ने सेक्टर 34 स्थित अपना घर आश्रम में एक महिला की काउंसलिंग की। इस महिला को गत 31 मई को थाना लिंक रोड गाजियाबाद पुलिस द्वारा अपना घर आश्रम शेल्टर होम में लाया गया था। उस समय महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। काउंसलिंग के दौरान महिला ने अपने परिजनों का नाम और फोन नंबर बताया। इस पर टीम ने फोन पर परिजनों से वार्ता की। महिला की मां ने अपना पता गांव हासिम प्रधान पुरवा मौजा अमकोलवा जिला बहराइच बताया। परिजनों ने बताया कि महिला दिमागी रूप से परेशान थी जिस कारण 21 मई 2022 को घर से चली गई थी। उसकी काफी तलाश की गई लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। एएचटीयू की टीम ने अपना घर आश्रम के सहयोग से गुमशुदा महिला को उसकी बहन व मां के सुपुर्द कर दिया।

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