नोएडा: जिले में पिछले दो दशक में महिलाओं की साक्षरता दर में 40 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है, जबकि पुरुषों के ग्राफ में 18 प्रतिशत तक बढ़त है. यह खुलासा अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की रिपोर्ट से हुआ है.
रिपोर्ट के अनुसार पूरे गौतमबुद्ध नगर में 28 फीसदी साक्षरता बढ़ी है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं की साक्षरता दर 24 फीसदी से बढ़कर 61.6 फीसदी तक पहुंच गई है. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर का साक्षरता के मामले में गाजियाबाद के बाद दूसरा स्थान है. गाजियाबाद में कुल साक्षरता दर 80.70 और गौतमबुद्ध नगर में 80.12 फीसद है. इनमें ग्रामीण आबादी 74.77 फीसदी साक्षर है, वहीं शहरी आबादी 83.73 फीसदी साक्षर हो चुकी है.
शहर के मुकाबले अब गांवों की महिलाओं में भी पढ़ने लिखने की ललक पैदा हो रही है. साक्षरता रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं की साक्षरता में अब सिर्फ 15 फीसदी का अंतर रह गया है, जबकि दो दशक पहले तक यह अंतर 20 फीसदी से ज्यादा था.
दादरी की महिलाएं ज्यादा पढ़ी लिखी ग्रामीण क्षेत्रों में दनकौर और जेवर से ज्यादा दादरी की महिलाएं पढ़ी लिखी हैं. दादरी में 63 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं. जेवर में पढ़ी लिखी महिलाओं की संख्या 56 फीसदी है, जबकि दनकौर में 58 फीसदी महिलाएं साक्षर है.
साक्षरता के मामले में जेवर ब्लॉक फिसड्डी जिले का बिसरख ब्लॉक पूरी तरह से शहरी है. दादरी के कुछ हिस्से को छोड़कर दनकौर और जेवर ब्लॉक देहात क्षेत्र में है. शहरीकरण होने के चलते बिसरख में सबसे ज्यादा लोग पढ़े लिखे हैं. वर्तमान में बिसरख ब्लॉक में कुल साक्षरता दर 79.51 फीसदी है. इनमें महिलाएं 67 और पुरुष 89 फीसदी हैं. साक्षरता के मामले में सबसे पीछे जेवर ब्लॉक है. जेवर में कुल साक्षरता दर 71.24 है.
साक्षरता दर बढ़ाने को लेकर डायट और बेसिक शिक्षा विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं. साक्षरता कार्यक्रम के तहत इस वर्ष दो बार अभियान चलाया गया. महिलाएं बढ़ी संख्या में शिक्षा के प्रति जागरूक हुई हैं.
-ऐश्वर्या लक्ष्मी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, गौमतबुद्ध नगर
इस तरह से बढ़ा ग्राफ
वर्ष महिला पुरुष कुल
2002 90,591 2,62,235 3,52,826
2012 84,256 2,39,846 3,24,102
2022 4,56,882 6,66,065 11,22,947