NCR Ghaziabad: इस बार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाया जाएगा
"इस दिन श्रवण नक्षत्र का भी योग बन रहा है"
गाजियाबाद: इस बार महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन त्रिग्रही योग के साथ शिव योग और सिद्ध योग का भी संयोग बन रहा है। पंडित शिव कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी महाशिवरात्रि 26 फरवरी को है और इस दिन श्रवण नक्षत्र का भी योग बन रहा है।
महाशिवरात्रि के दिन सूर्य, बुध और शनि की युति बन रही है, इससे त्रिग्रही योग बन रहा है। पंडित दुलीदत्त कौशिक ने बताया कि यह योग सफलता और समृद्धि का प्रतीक है। महाशिवरात्रि के दिन शिव योग और सिद्ध योग भी बन रहा है। इन योगों में की गई पूजा-अर्चना से मनोकामनाएं जल्दी पूर्ण होती हैं। उन्होंने बताया कि इस व्रत को करने से महादेव की कृपा जीवन भर बनी रहती है और अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। यह महाशिवरात्रि धन, सौभाग्य और समृद्धि देने वाला होगा। महाशिवरात्रि के दिन चार प्रहर की पूजा व रुद्राभिषेक से सभी नकारात्मक प्रभाव दूर हो जाते हैं। महाशिवरात्रि के दिन अगर रुद्राक्ष को धारण किया जाए या फिर उसकी पूजा की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं । भोले शंकर की पूजा अगर केवल जल, अक्षत और बिल्वपत्र से भी की जाए तो भी भोले शिवशंकर प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोले बाबा कहा जाता है।